MP की इस ग्राम पंचायत में सिर्फ 3 घंटे में 45+ ग्रामीणों का 100% टीकाकरण, अम्मा ने अपनी सहेलियों को ढूढ़ ढूढ़ कर कराया टीकाकरण
कटनी: मध्यप्रदेश के कटनी जिले की पिपरिया परौहा ग्राम पंचायत में 45 वर्ष एवं उससे अधिक आयुवर्ग के सभी लोगों ने शत्-प्रतिशत टीकाकरण करा कर एक मिसाल पेश किया है।
कटनी जिला प्रशासन के जनसम्पर्क विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक रीठी विकासखण्ड की पिपरिया परौहा ग्राम पंचायत वासियों में टीकाकरण को लेकर उत्साह और जूनून इतना रहा कि, जैसे ही वहां एक दिन का वेक्सीनेशन कैम्प रखा गया, तो निर्धारित लक्ष्य के अनुरुप टीके महज 3 घंटो में लग गये।
जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से और वेक्सीनेशन की डोज उपलब्ध कराने की मांग ग्रामवासियों द्वारा की गई। जिस पर और वेक्सीन डोज वहां के लिये उपलब्ध कराई गईं और वो लक्ष्य भी शत्-प्रतिशत पूरा हुआ। जिले में बम्हौरी गांव के साथ ही अब पिपरिया परौहा ग्राम पंचायत मील का वो पत्थर बनकर सामने आई है, जो टीकाकरण को लेकर बेजोड़ उदाहरण है।
ग्राम पंचायत पिपरिया परौहा के सचिव प्रकाश चौधरी और जीआरएस अमर बहादुर ने प्रसन्न मुद्रा में इसकी जानकारी दी। दोनों ने बताया कि हमें खुशी है कि हमारी ग्राम पंचायत में पहले दिन से ही जब कोरोना का टीका हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंट लाईन वर्कर्स को लग रहा था, तब से उत्साह था। इसी का परिणाम रहा कि जैसे ही 60 या उससे अधिक आयु के और 45 व उससे अधिक आयुवर्ग के लिये टीकाकरण प्रारंभ हुआ, तो हमारी ग्राम पंचायत के लोगों ने बढ़ चढ़कर खुद टीकाकरण कराया।
जागरुकता का स्तर आप इस बात से आंक सकते हैं कि जिन्हे टीके से भय था, उनके घर जाकर टीकाकरण कराने वालों ने उन्हें प्रेरित किया और उनका टीकाकरण कराया। ग्राम पंचायत पिपरिया परौहा में 45 या उससे अधिक आयुवर्ग के 314 और 60 व उससे अधिक आयुवर्ग के 259 लोग हैं। इन सभी को कोरोना का टीका लग चुका है। जहां कुछ को टीके का पहला डोज लगा है, वहीं कुछ लोगों को दोनों ही डोज का टीकाकरण हो चुका है। 18 या उससे अधिक आयुवर्ग के 1253 लोग हैं। इनका भी टीकाकरण हो रहा है। अब तक लगभग 350 लोगों ने स्वेच्छा से टीकाकरण करा लिया है। 400 से अधिक लोग पंजीयन भी करा चुके हैं।
70 वर्षीय अम्मा शीला रजक बताती हैं कि मैं खुद कोरोना का टीका लगवाई हूं। इतना ही नहीं मैं अपनी सहेलिया को भी बुला बुला कर लाई। कुछ ने तो मुझे बहुत बातें सुनाईं, पर मैने उनका समझाया कि टीकाकरण कराओ, लाभ बताये, टीकाकरण केन्द्र साथ लेकर आई और टीका लगवाया। मेरे घर में मेरे बेटे को भी टीका लग गया है। मेरी बहू 18 साल से ऊपर की है उसका भी पंजीयन हो गया है, वह भी टीका लगवायेगी।
वहीं 76 वर्षी सेवानिवृत्त प्रधान अध्यापक महेश परौहा ने अपने अनुभव साझा करते हुये बताया कि मैने 7 अप्रैल को ही कोरोना का पहला टीका लगवाया था। मुझे कोई परेशानी नहीं हुई। मैने अपने घर की बहुओं और बेटों को भी टीकाकरण भेजा और टीका लगवाया है।
पिपरिया परौहा निवासी राम लाल परौहा भी कोरोना का टीका लगवाकर संतुष्ट हैं। उन्होने कहा कि मैने टीका लगवाया, मुझे कुछ नहीं हुआ। पहले लोग बहुत सी बातें बताते थे। पर मैं किसी की गलत बात में नहीं आया। पहली फुरसत में जाकर टीका लगवाया। मेरे आस पड़ोस के 40 घरों के लोगों ने भी टीका लगवाया है। उन्हें भी कोई दिक्कत नहीं हुई। इतना ही नहीं जिन लोगों को भय था, उन्हें मैने समझाया भी और उन सभी ने वेक्सीनेशन कराया। अब हमारे गांव में 45 वर्ष व उससे अधिक आयु के हर व्यक्ति को टीका लग चुका है।
क्षेत्रीय जनपद पंचायत सदस्य आशा रानी ने भी अपने अनुभव साझा किये। उन्होने बताया कि टीकाकरण के प्रति जनजागरुकता के लिये हमने ग्रामीण विकास विभाग, प्रस्फुटन समिति और ग्राम के युवाओं द्वारा कार्य्र किया गया। जिससे हमारी ग्राम पंचायत में आज 45 व उससे अधिक आयुवर्ग के वेक्सीनेशन शत्-प्रतिशत हो चुका है।
टीकाकरण के लिये स्थानीय युवा और प्रस्फुटन समिति के सदस्य गोवर्धन रजक और शुभम परौहा ने भी ग्रामीणों को जागरुक करने के लिये अपने-अपने स्तर पर अपने साथियों के साथ कार्य किया। दीवार लेखन, कोविन पोर्टल पर पंजीयन, टीकाकरण केन्द्र तक आने-जाने की व्यवस्था सहित अन्य जिम्मेदारी भी इन युवाओं ने निभाई है।
एैसा नहीं है कोरोना की दूसरी लहर से पिपरिया परौहा ग्राम पंचायत बची हो। ग्राम पंचायत में 6 पॉजीटिव प्रकरण आये। इसके बाद मुस्तैदी से किल कोरोना अभियान के तहत ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल विकास और स्वास्थ्य के अमले ने काम किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विनीता परौहा ने बताया कि संक्रमण काल में हमारी टीम ने 146 घरों का सर्वे किया। 91 लोगों की सैम्पलिंग कराई गई। उन्हें समझाईश दी। जिन्हें दवाई की जरुरत थी, उन्हें दवा भी उपलब्ध कराई। लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरुक किया और आगे भी 18 व उससे अधिक आयुवर्ग के सभी लोगों का टीकाकरण हो, इस दिशा में काम कर रहे हैं।
ज्ञात हो है कि जिले के कलेक्टर प्रियंक मिश्रा द्वारा कोरोना टीकाकरण के प्रति जागरुकता के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक वेक्सीनेशन हो सके, इस दिशा में सीईओ जिला पंचायत जगदीश चन्द्र गोमे और उनकी टीम मुस्तैदी से जुटी हुई है। रीठी विकासखण्ड की पिपरिया परौहा ग्राम पंचायत हो या बहोरीबंद विकासखण्ड का बम्हौरी गांव। यह शासन-प्रशासन के सशक्त प्रयासों से ही 45 व उससे अधिक आयुवर्ग के लोगों का शत्-प्रतिशत वेक्सीनेशन हो सका है।