‘जातिगत आरक्षण को धीरे-धीरे करके ख़त्म कर देना चाहिए’ – कुमार विश्वास
मशहूर कवि व "आप" राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य कुमार विश्वास के वायरल वीडियो की पड़ताल, गुजरात के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान में दिया गया था भाषण
नईदिल्ली : सोशल मीडिया में कुमार विश्वास का जातिगत आरक्षण का विरोध करने वाला वीडियो खूब वायरल है जिसे पर लाखों यूजर्स अपनी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं |
falanadikhana.com की सोशल मीडिया टीम के पास एक वीडियो क्लिप आई है जिसे आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य व मशहूर कवि डाक्टर कुमार विश्वास का बयान बताया जा रहा है | हमनें इस वीडियो की पड़ताल शुरू की तो हमारे सामने कई अहम जानकारियाँ हाथ लगी हैं |
ये है वायरल वीडियो :
ये वीडियो गुजरात के अहमदाबाद में कुमार विश्वास के द्वारा जनवरी 2016 में दिए गए एक भाषण का ही है | दरअसल कुमार भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) अहमदाबाद में छात्रों को एक कार्यक्रम के दौरान संबोधित कर रहे थे और उसी दौरान उन्होंने आरक्षण पर ये बड़ी बात कही थी |
इसके बाद मीडिया में उनसे इस बयान पर उनकी पार्टी “आप” व व्यक्तिगत राय पर रूख स्पष्ट करने को कहा गया तो उन्होंने कहा था कि मैं अपने बयान पर अभी भी कायम हूँ | और बोले कि “हमारी पार्टी का पहले से स्टैंड है कि हम चाहते हैं कि देश से धीरे-धीरे क्रमशः जातिगत आरक्षण खत्म हो और वो आर्थिक आधार पर आए | और आरक्षण का लाभ जिस परिवार को एक बार मिल चुका है उनकी बजाय जिन गरीब परिवारों को मिल चुका है उन्हें मिले |”
वीडियो की पड़ताल :
हालांकि ये बात उन्होंने “आप” प्रवक्ता के तौर पर जनवरी 2016 में कही थी लेकिन वर्तमान में वो पार्टी का सक्रिय हिस्सा नहीं हैं और अब उनकी ख्याति पूरी दुनिया में एक कुशल वक्ता, राष्ट्रवादी कवि, लेखक, गायक के रूप में हो चुकी है |
इसके अलावा विशुद्ध हिंदी में कामों के लिए उन्हें दुनिया के कोने-कोने में विशेष आमंत्रण मिलता है और गूगल के हेडक्वार्टर कैलीफ़ोर्निया, दुबई, मारीशस, जैसी चुनिंदा जगहों में उन्होंनें को नई पहचान दी है | इसके अलावा सोशल मीडिया में उनके कई लाख फालोवर्स भी हैं |
Sir aap Ekdam sahi kah rahe hai jaatigat Arachan khatm karke logo kids Aarthik sthithi k Anusar unko madad milni chahiye Tabhi Hamara bharat Desh tarakki karega
Jai hind
Jatigat aarchhan khatm karne se pahle es gadahe se puchhiy aaj kal news nahi padhata hai keya?jatigat ateychar ho Raha hai usper keyo nahi bolta hai. Sadiyo se ateyachar karte aa rhe ho wahi fir unke shath karne ki soch hai.
Agar barabari chahte ho to apna chhamta sabit karo sale, lathi ka sahara kyon chahiye. Koi ye nahi kah raha ki jo pichhade garib hai use sahayta nahi mile, lekin jo saksham pichhade hai un saalo ko bhik kyon de sarkar