स्टेचू ऑफ़ यूनिटी : 3000 करोड़ की लागत से बनकर तैयार, स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी से दोगुनी है ऊंचाई
मूर्ति को बनाने में 3000 करोड़ रुपय का कुल खर्च आया है, 800 भारतीय कारीगरों के साथ साथ इस मूर्ति को बनाने के लिए 200 चीनी कारीगरों ने भी अपना योगदान दिया था |
नई दिल्ली :- स्टेचू ऑफ़ यूनिटी भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री तथा प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के सम्मान में बनाई गई एक स्मारक है, जो कि गुजरात में स्तिथ है | इस प्रतिमा को बनाने के लिए 31 अक्टूबर 2013 को उनके जन्मदिवस पर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस मूर्ति के निर्माण के लिए इसका शिलान्यास किया गया था |
इस मूर्ति को बनाने में 3000 करोड़ रुपय का कुल खर्च आया है | 800 भारतीय कारीगरों के साथ साथ इस मूर्ति को बनाने के लिए 200 चीनी कारीगरों ने भी अपना योगदान दिया था |
लार्सेन एंड टर्बो कंपनी को इस प्रतिमा को बनाने का ठेका दिया गया था | 4075 मजदूरों ने दो शिफ्टो में काम किया | इस प्रतिमा के निर्माण मे 2332 करोड़ रुपए और 15 साल तक रखरखाव के लिए लगे है |
इस प्रतिमा को बनने में लगभग 44 माह का समय लगा जिसमे मुख्य रूप से 4 धातुओ का प्रयोग किया गया है | जिससे इसमें कई बरसो तक जंग नहीं लगेगी, 85 फीसदी तांबा, 2 हज़ार मैट्रिक टन ब्रांज , 5700 मैट्रिक टन स्ट्रक्चरल स्टील और 18500 मैट्रिक टन रिइनफोर्समेंट बार्स से बनाया गया है, 22500 मिलियन टन सीमेंट से बनी है |
इस प्रतिमा का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 31 अक्टूबर को किया जा रहा है | यह प्रतिमा सरदार सरोवर बांध से 3.2 किमी की दूरी पर साधू बेट नामक स्थान पर है जो की नर्मदा नदी पर एक टापू है | यह स्थान गुजरात के भरूच जिले के पास स्तिथ है |
यह विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा है, जिसकी लम्बाई 182 मीटर (597 फिट ) है | वर्त्तमान में विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा 152 मीटर की चीन में स्प्रिंग टेम्पल बुद्ध है | उससे कम ऊँची मूर्ति भी चीन में ही भगवान बद्ध की है 120 मीटर और विश्व की तीसरी सबसे ऊँची प्रतिमा भी बुद्ध की ही है जो कि जापान में है 116 मीटर |