मंदिरों की दुर्दशा देख सहवाग ने की मांग- हर जगह मंदिरों का प्रबंधन भक्तों को सौंपा जाए
चेन्नई: आध्यात्मिक नेता सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने बुधवार को तमिलनाडु में मंदिरों की खराब स्थिति के बारे में लोगों का ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य से 100 ट्वीट ट्विटर अभियान शुरू किया है।
गौरतलब है कि सद्गुरु लंबे समय से तमिलनाडु के मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग कर रहे हैं। सद्गुरु ने घोषणा की है कि वह अभियान की ओर अपना ध्यान आकर्षित करने के लिए 100 ट्वीट्स की श्रृंखला के माध्यम से राजनीतिक दलों से अपील करेंगे।
अब इसी क्रम में ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सदगुरु ने बुधवार को चेन्नई के एक प्राचीन मंदिर का वीडियो रिट्वीट किया और कहा कि यह एक मंदिर था। जो भक्ति और बदलाव का अकेला स्थान होता है, वो किसी के लिए भी सुरक्षित नहीं हैं।
इस वीडियो में तमिलनाडु का ये मंदिर जीर्ण शीर्ण अवस्था में नजर आ रहा है। सदगुरु ने इस वीडियो को सीएमओ तमिलनाडु को टैग करने के साथ ही वीरेंद्र सहवाग को भी टैग किया।
अब इसी अभियान से जुड़ते हुए पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी मंदिरों के नियंत्रण का मुद्दा उठाया है। सहवाग ने अपने बयान में कहा कि मंदिरों को इस दुर्दशा में देखना दर्दनाक है, जिसका इतना बड़ा महत्व था और हजार साल के इसके इतिहास को कम किया जा रहा है।
सहवाग ने आगे ये भी कहा कि यह बिल्कुल सही समय है कि एक सही प्रक्रिया के जरिए हर जगह मंदिरों का प्रबंधन भक्तों को सौंप दिया जाए।
हालांकि इस अभियान में सहवाग के अलावा भी कई हस्तियां शामिल हो रही हैं। इसमें बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन जुड़ गई हैं। रवीना टंडन ने इसी अभियान से जुड़े थिरूवरूर के जर्जर मन्दिर के वीडियो को रीट्वीट किया।
मंदिरों को सरकारी नियंत्रण के बाहर लाने की मांग आध्यात्मिक गुरु जग्गी वासुदेव उर्फ सद्गुरु ने कई बार की है। इसके पहले जनवरी में ही उन्होंने कहा था कि तमिलनाडु में शक्तिशाली पूजा स्थलों की पवित्रता पर प्रभाव डालते हुए मंदिर सरकारी प्रशासन के चंगुल में हैं। समय है कि मंदिर भक्तों द्वारा प्रबंधित किए जाएं, नौकरशाही और राजनीतिक ताकतों द्वारा नहीं।