अग्निपथ योजना के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन, रोहतक में छात्र ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
नई दिल्ली– केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई अग्निपथ योजना के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है, जिसका असर बिहार, राजस्थान, उत्तरप्रदेश के साथ-साथ अन्य दूसरे प्रदेशों में भी देखने को मिल रहा हैं।
बिहार सहित कई राज्यों में प्रदर्शन
अग्निपथ योजना के लागू होते ही देश भर में इसका विरोध शुरू हो गया हैं. जहां बिहार में भारी संख्या में छात्रों द्वारा कई जिलों में उग्र विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, तो कई जिलों में पटरियों पर जाम लगाकर ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया हैं।
इतना ही नही अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार से शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन अब राजस्थान, उत्तरप्रदेश, हरियाणा के साथ-साथ हिमाचल और मध्यप्रदेश में भी शुरू हो गया हैं।
विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों में काफी नाराजगी देखी जा रही है, उनका मानना है कि अग्निपथ योजना के नाम पर बेवकूफ बनाया जा रहा है और सेना में जाने का सपना संजोये बैठे लाखों करोड़ों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं।
रोहतक में छात्र ने लगाई फांसी
वही हरियाणा के रोहतक में इस योजना से आहत सचिन नामक एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है, बताया जा रहा है कि मृतक छात्र दो साल से रोहतक की एक हाॅस्टल में रहकर आर्मी की तैयारी कर रहा था।
वही मृतक की पहचान जिंद जिले के लिजवाना गाँव के रूप में हुई है, मृतक के परिवार वालो का कहना है कि सेना भर्ती कैंसिल होने और अग्निपथ योजना आने के बाद से उनका बेटा परेशान था जिसके बाद उसने यह कदम उठाया हैं।
क्या है अग्निपथ योजना?
बीते दिनों केन्द्र सरकार द्वारा एक अग्निपथ योजना को शुरू किया गया है, इस योजना के तहत केवल साढ़े सत्रह साल से लेकर इक्कीस साल के युवा चार साल के लिए सेना में जा सकते हैं।
इतना ही नही इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए 10 वीं और 12 वीं पास होना अनिवार्य है, वही अगर चयन प्रक्रिया की बात करे तो मौजूदा मेडिकल और फिजिकल नियमों के तहत चयन किया जाएगा।
इस योजना के तहत मिलने वाली सैलरी की बात करे तो पहले साल 30,000 रूपये, दूसरे साल 33,000, तीसरे साल 36,500 तो चौथे साल 40,000 रूपये होगी, जिसके तहत मासिक सैलरी में से 30 फीसदी फंड भी काटा जाएगा।
इस योजना के अंत में चार साल की अवधि पूरी होने के बाद करीब 11.5 लाख रुपये मिलेगें, वही इसी योजना के तहत शहीद होने पर सेवा निधी के साथ- साथ 1 करोड़ रुपये परिवार को दिए जायेगें।