पटना: छात्रावास में पासवान दलित छात्रों ने की मांझी व मुसहर दलित छात्रों की पिटाई, बोले जातिसूचक शब्द
पटना: पटना के महेंद्रु में स्थित अंबेडकर छात्रावास में छात्रों के बीच जमकर मारपीट और हंगामा हुआ। घटना सोमवार 16 अगस्त के रात की है। हॉस्टल में हुई मारपीट की घटना से लगभग 30 छात्र घायल हो गए।
माझी और मुसहर जाति के दलित छात्रों ने हॉस्टल में ही रहने वाले सीनियर और लोजपा प्रदेश प्रवक्ता अमर आजाद पर नशे में मारपीट और हंगामा करने का आरोप लगाया। छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें कमरे में घुसकर जातिसूचक शब्द बोलकर बेरहमी से पीटा गया। कुछ छात्रों को कमरे से बाहर निकाल कर लोहे की रॉड से भी मारा गया। देर रात हुई मारपीट की इस घटना में लगभग 30 छात्र जख्मी हो गए।
मारपीट और हंगामे की वजह 15 अगस्त को छात्रों के बीच आपस में किसी बात को लेकर हुआ विवाद बताया जा रहा है। वहीं कुछ छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि उनसे जबरन गांजा, सिगरेट, खैनी मंगवाते है और मना करने पर डराया और मारा जाता है। वहीं कुछ छात्रों ने आरोप लगाया कि इन लोगों ने अंबेडकर छात्रावास का नाम बर्बाद कर दिया है। इन लोगों ने सावित्रीबाई फुले की जयंती के दिन बार बालाओं को नचवाया था और शराब पार्टी की थी।
छात्रों ने आरोप लगाया कि सीनियर छात्र शराब के नशे में हाथों में रॉड लिए हॉस्टल में कमरों के दरवाजे पर जा जाकर के गालियां दी और पूछा की मुसहर कौन हो? फिर सबको पीटा। बोला ये सब बहुत बढ़ गया है। बहुत बदमाशी कर रहा है यहां पर।
वहीं दूसरी तरफ अमर आजाद ने अम्बेडकर बालक छात्राबास में रहकर पढ़ाई करने वाले छात्र विभीषण पासवान का वीडियो शेयर किया। आरोप लगाया कि ’15 अगस्त को जब विभीषण अपने रूम में पढ़ रहे थे तो त्रिलोकी कुमार औऱ इसके गुण्डे छात्र दोस्तों ने रूम में बन्द करके मार मार के अधमरा कर दिया। औऱ धमकी देकर बोला कि पता नहीं है कल्याण मंत्री मेरे जात का है जो उखड़ना है उखाड़ लेना।’
मारपीट के मामले में मांझी और मुसहर जाति से आने वाले दलित छात्रों ने जीतन राम मांझी के आवास पर जाकर पूरे मामले की शिकायत की। छात्रों ने अनुसूचित जाति/ जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री को पत्र लिखकर घटना की जानकारी दी, और सुरक्षा की मांग की। वहीं मामले की सूचना पाकर सुल्तानगंज थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची थी।