“एमकॉम किया है, O लेवल सर्टिफिकेट भी है लेकिन वैकेंसी 4 साल बाद आने से ओवर ऐज हो गया हूँ”, यूपी के सवर्ण युवाओं की हालत
माननीय मुख्यमंत्री योगी जी हम बेरोजगार युवा सालों तक परीक्षाओं का तहे दिल से इंतजार करते है परंतु कभी परीक्षा लीक हो जाती है या उसका परिणाम आने में वर्षो लग जाते हैं। ऐसे में एक अभ्यर्थी मायूस होकर केवल अपने तैयारी में लगा रहता है और उसकी उम्र बढ़ती चली जाती है।
सबसे बड़ी विडंबना सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ है जिन्हें उम्र में कोई भी राहत नहीं दी जाती, खासकर पुलिस प्रशासनिक जैसी सेवाओं के लिए व अन्य ओबीसी, एससी, एसटी को 5 वर्ष की छूट दी जाती है। हमने कौन सा पाप किया अगर हम सामान्य वर्ग से ताल्लुक रखते हैं ?यदि भर्तियां अपने सुचारू समय से आती तो हमको भी उसमे बैठने का अवसर प्राप्त होता।
श्रीमान मैं उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल (गोरखपुर)क्षेत्र से आता हूं जहां पर ग्रामीण पृष्ठभूमि है तथा औद्योगिक क्षेत्र ना होने के कारण हमारे यहां कोई प्राइवेट कंपनियां फैक्ट्री नहीं लगाती व रोजगार के अवसर इस कारण घट जाते हैं।
हम युवा वर्ग अपने राज्य के लिए कुछ करना चाहते हैं जिस कारण अन्य राज्य की ओर पलायन नहीं करते तथा सरकारी नौकरी से बहुत आस होती है।
श्रीमान 2016 के अंत में मिनिस्ट्रियल स्टाफ उत्तर प्रदेश पुलिस मे स्टेनो, क्लर्क व लेखा के लिए विज्ञप्ति जारी की गई थी जिसमें अधिक तादाद में योग्य अभ्यर्थी ना मिलने के कारण अधिकतर पद रिक्त चले गए। पिछली मिनिस्ट्रियल स्टाफ की भर्ती में कुल 720 पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे जिसमें केवल 185 अभ्यर्थियों का चयन हो पाया था।
बार-बार भर्तियों के रिक्त जाने से एक तो विभाग पर काम का अतिरिक्त दबाव पड़ता है तथा आयोग को फिर से परीक्षा करवाने के कारण समय व धन दोनों अनावश्यक खर्च होते हैं।
अब यह विज्ञप्ति 4 साल बाद 2020 में प्रस्तावित है जिसमें विशेष योग्यता मांगी जाती है। इन 4 वर्षों में विज्ञप्ति ना आने के कारण हम अभ्यार्थियों की आयु बढ़ती गई वह अधिकतर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी 28 वर्ष से ऊपर के हो गए हैं जिस कारण वह सब इस भर्ती से वंचित रह जाएंगे।
श्रीमान मेरे पिताजी सेना में थे तथा मैंने एन.सी.सी मैं सी सर्टिफिकेट हासिल किया है जिस कारण मुझे बचपन से ही वर्दी से बहुत लगाव है और मैं पुलिस बल को ज्वाइन करके समाज की सेवा करना चाहता हूं तथा यह तभी संभव है जब माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी जब हम सामान्य वर्ग के अभ्यार्थियों की समस्या को समझेंगे।
माननीय मुख्यमंत्री जी से मैं तमाम बेरोजगार अभ्यार्थियों की ओर से निवेदन करता हूं कि वह सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए आयु में छूट अवश्य दें। माननीय मुख्यमंत्री जी के हम जिंदगी भर ऋणी रहेंगे।
श्रीमान अभी कोरोना महामारी के समय सरकारी नौकरियों की भर्ती विलम से आ रही हैं तथा दूसरी ओर अभ्यार्थियों में नकारात्मकता व निराशावादी विचार उनके मन में उत्पन्न हो रहे हैं।
हाल ही में दिल्ली पुलिस कांस्टेबल 2020 की भर्ती आई हुई है जिसमें सामान्य वर्ग के अभ्यार्थियों के लिए आयु सीमा 18 से 25 वर्ष मांगी गई है, इसके पूर्व दिल्ली पुलिस कांस्टेबल 2016 भर्ती में आयु सीमा 18 से 21 वर्ष की रहती थी परंतु इस वर्ष आयु सीमा में 4 वर्ष की छूट दी गई इससे बहुत से अभ्यार्थी अब दिल्ली पुलिस के लिए तैयारी कर सकते हैं।
इसी प्रकार हम भी अपने राज्य के प्रिय माननीय मुख्यमंत्री जी से आवेदन करते हैं कि वह एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत करें कि हम बेरोजगार अभ्यर्थियों को लगे कि सरकार हमारे साथ है।
यह आर्टिकल उत्तर प्रदेश पुलिस मिनिस्टीरियल स्टाफ वैकेंसी में तैयारी करते करते बिना वैकेंसी आये ओवर ऐज हो चुके गोरखपुर के अलोक कुमार पांडेय ने लिखा है। अलोक एम कॉम व कंप्यूटर डिप्लोमा ओ लेवल प्राप्त है उसके बावजूद वैकेंसी न आने से ओवर ऐज हो गए है।
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