भोपाल में फ़्रांस विरोधी प्रदर्शन पर कांग्रेस MLA सहित हजारों पर केस, शिवराज बोले MP शांति का टापू है
भोपाल: फ़्रांस के खिलाफ प्रदर्शन पर कांग्रेस विधायक व मुस्लिम प्रदर्शनकारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एक तरफ फ़्रांस में नीस शहर के चर्च में किए गए हमले में 3 लोगों की मौत हो गई है। देशभर में अब अलर्ट घोषित है।
गौरतलब है कि फ्रांस में कट्टरपंथी ताकतों के खिलाफ राष्ट्रपति इम्मैन्युअल मैक्रों के बयान को लेकर दुनिया भर में मुस्लिमों का आक्रोश बढ़ रहा है। इसी बीच मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के इकबाल मैदान में भी कल कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के नेतृत्व में हजारों की संख्या में लोग एकत्र हुए और फ्रांस के राष्ट्रपति का कड़ा विरोध किया।
हजारों पर मुकदमा:
विरोध प्रदर्शन के दौरान मैक्रॉन से माफी मांगने की अपील की गई। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का जमकर उल्लंघन किया गया। जिसको लेकर पुलिस ने कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद समेत 2 हजार अज्ञात लोगों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन ना करने का लेकर केस दर्ज कर लिया है।
फ़्रांस से व्यापरिक रिश्ते बंद: विधायक
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति ने भारत में रह रहे मुस्लिमों को आहत किया है, इसलिए भारत के प्रधानमंत्री को या निर्णय लेना चाहिए कि फ्रांस से अब हमें आयात-निर्यात बंद कर दिया जाए। इस दौरान इकबाल मैदान में भारी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग पहुंचे।
मध्यप्रदेश शांति का टापू है: सीएम
कोरोना संकट के बावजूद इस अनियंत्रित प्रदर्शन को लेकर अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी सख्ती दिखाई है। उन्होंने एक बयान में कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि “मध्यप्रदेश शांति का टापू है। इसकी शांति को भंग करने वालों से हम पूरी सख्ती से निपटेंगे। इस मामले में 188 IPC के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा, वो चाहे कोई भी हो।”
इस्लाम विरोधी हैं मैक्रॉन:
प्रदर्शनकारी पूरे प्रदर्शन के दौरान फ़्रांस व राष्ट्रपति के विरोध में पोस्टर बैनर लहराते रहे किसी ने उन्हें पैगम्बर व इस्लाम विरोधी कहा तो कुछ ने कहा कि फ्रांस अपने विनाश का खुद ही आमंत्रण कर रहा है।