MP: दतिया में अंबेडकर के नाम पर होगी कॉलोनी, गृहमंत्री बोले सबसे ज्यादा अंबेडकर की मूर्तियां उनके द्वारा स्थापित की गईं
दतिया: मध्यप्रदेश के दतिया में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने भीमराव अम्बेड़कर की प्रतिमा का अनावरण किया और एक बस्ती का नाम अम्बेडकर के नाम पर करने की घोषणा की।
शासन के गृह, जेल, संसदीय कार्य, विधि विधायी कार्य विभाग के मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने शनिवार को दतिया के बख्शी नगर क्षेत्र में भीमराव अम्बेड़कर की मूर्ति का अनावरण कर क्षेत्रवासियों के लिए अनेकों सौगातें दी।
गृह मंत्री डॉ. मिश्र ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कल पूरे देश में हमारी सरकार द्वारा संविधान दिवस पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जबकि आज बाबा साहब की मूर्ति का अनावरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दतिया विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक बाबा साहब की मूर्तियां उनके द्वारा स्थापित की गई। उन्होंने कहा कि बाबा साहब किसी वर्ग विशेष के नही है वल्कि वह सभी वर्गो के थे।
उन्होंने एक घोषणा कर कहा कि बक्शी नगर क्षेत्र में बनी नवनिर्मित कॉलोनी अब बाबा साहब अंबेडकर कॉलोनी के नाम से जानी जाएगी।
गृह मंत्री डॉ. मिश्र ने कहा कि हमारी सरकार ने बाबा साहब की स्मृति को चिर स्थाई बनाने हेतु उनके जन्म स्थल महू, नागपुर, दिल्ली एवं विदेशों में रहकर कार्य किया। उन पांच स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया गया है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा इस प्रकार का भ्रम फैलाया गया कि हमारी सरकार द्वारा अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, आरक्षण एवं संविधान को बदलने का कार्य करेगी लेकिन ऐसा कोई कार्य नहीं किया जिससे समाज में वैमनष्यता फैले।
क्षेत्रवासियों को दी यह सौगातें
गृह मंत्री ने इस मौके पर चार लाख की लागत के सामुदायिक भवन निर्माण करने की घोषणा करते हुए संबंधित विभाग को प्राकलन बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने शाला भवन की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि कॉलोनी में ट्रांसफार्मर बदलने की कार्यवाही की जायेगी जिससे बिजली वोल्टेज की समस्या से क्षेत्रवासियों को जूझना न पड़ेगा।
कार्यक्रम के संयोजक ज्ञान सिंह अहिरवार ने भी क्षेत्र के विकास के लिए बांतें रखी। कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधायक डॉ. आशाराम अहिरवार ने क्षेत्र की समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए, अम्बेड़कर सामुदायिक भवन, सीसी रोड़ एवं ट्रांसफार्मर की व्यवस्था करने एवं बस्ती का नाम डॉ. अम्बेड़कर के नाम पर रखने की मांग रखी।