MP: ठाकुर विरोधी बयान पर CM ने बिसाहूलाल को किया तलब, कहा- मंत्रियों को भी करना होगा मर्यादा का पालन
भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री बिसाहू लाल द्वारा की गई ठाकुर महिलाओं के विरुद्ध टिप्पणी से प्रदेश की राजनीति में बवाल खड़ा हो गया है। वहीं अब खुद मुख्यमंत्री ने बयान का संज्ञान लिया और मंत्री से माफी मांगने के लिए कहा जिसका उन्होंने पालन भी किया।
शनिवार को राज्य भर में मंत्री बिसाहू लाल का विरोध हुआ पुतले दहन किए गए। यहां तक कि भोपाल में भाजपा कार्यालय में घुसकर क्षत्रिय संगठन करणी सेना ने उनका विरोध किया। काले झंडे दिखाए और उनके खिलाफ नारेबाजी की।
उधर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी इस पूरे मामले में आज प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मां, बहन एवं बेटी का सम्मान भारतीय जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी की सरकार तथा मेरे लिए सर्वोपरि है। मां, बहन और बेटी हमारे लिए देवी तुल्य हैं और उनके कल्याण के लिए हम अनेक योजनाएं चला रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अभी उन्होंने सरकार के मंत्री बिसाहूलाल सिंह को बुलाया था, अपने वक्तव्य के लिए उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है।
मर्यादा का पालन करना होगा: CM
मुख्यमंत्री ने कहा कि भावना कुछ भी हो, संदेश गलत नहीं जाना चाहिए। एक-एक शब्द तोल-तोल कर बोलना चाहिए। मैंने चेतावनी दी है कि ऐसे ऐसे वक्तव्य किसी भी हालत में नहीं आने चाहिए। व्यक्ति कोई भी हो, यदि इस तरह की भावनाओं का प्रकटीकरण करेंगे, जिससे गलत संदेश जाये, तो हम क्षमा नहीं करेंगे। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और मंत्रियों को भी मर्यादा का पालन करना पड़ेगा।
मंत्री ने मांगी माफी
इधर मुख्यमंत्री की फटकार के बाद मंत्री ने लिखित के बाद मौखिक रूप से माफी मांग ली है। उन्होंने वीडियो जारी कर कहा कि मैं जीवन भर माताओं बहनों का सम्मान किया है मेरे एक वक्तव्य के कारण उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचा है तो मैं माफी मांगता हूं।
ठाकुर समाज की महिलाओं को बाहर निकालने की कह दी थी बात
बता दें कि सरकार में खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह बुधवार को अनूपपुर जिले में सर्वजन सुखाय सामाजिक संगठन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए ठाकुर समाज की महिलाओं पर विवादित टिप्पणी कर बैठे।
उन्होंने कहा, “ठाकुर और दूसरे रसूख वाले लोग अपनी औरतों को बाहर निकलने नहीं देते। जितने धान काटने वाले, आंगन साफ करने वाले, गोबर लीपने वाले काम हैं, वो हमारे गांव की महिलाएं करती हैं। महिलाओं को जब बराबरी का अधिकार है, तो दोनों को बराबर काम करना चाहिए।”
महिलाओं को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा, “अब सब अपने आप को पहचानें और पुरुष के साथ कंधे मिलाकर आगे आएं और जितने बड़े-बड़े ठाकुर-वाकुर हैं ना उनके घर की महिलाओं को पकड़-पकड़ कर बाहर निकालें, उन लोगों को भी समाज के साथ काम करना चाहिए तब ही ना महिलाएं आगे बढ़ेंगी।”