इंदौर: चूड़ी विक्रेता के पास मिली 3 ID, तीनों में नाम व पिता के नाम अलग अलग, पॉक्सो समेत फर्जी दस्तावेजों का केस दर्ज
इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर में जिस चूड़ी विक्रेता की पिटाई का मामला सुर्खियों में रहा अब उसकी बड़ी करतूतों सामने आई हैं, उसके पास तीन अलग अलग पहचान पत्र पाए गए हैं।
इंदौर के एसपी आशुतोष बागरी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि चूड़ी विक्रेता (जिसे पीटा गया था) के पास दो आधार कार्ड थे – तस्लीम पुत्र मोहर अली और असलम पुत्र मोर सिंह के नाम पर।
एसपी बागरी ने आगे बताया कि उसके (चूड़ी विक्रेता के) पास आधा जली हुई वोटर आईडी भी थी, जिसमें उसकी पहचान मोहन सिंह के बेटे के रूप में की गई थी।
इसके अलावा चूड़ी विक्रेता पर नाबालिग बच्ची के साथ छेड़छाड़ का भी मामला है जिसपर उसके खिलाफ पोक्सो एक्ट में भी मामला दर्ज किया गया है।
शिकायत की पुष्टि करते हुए एसपी बागरी ने बताया कि एक लड़की की शिकायत पर, चूड़ी विक्रेता के खिलाफ कथित तौर पर उसका यौन उत्पीड़न करने और दस्तावेजों को जाली बनाने के लिए, POCSO की संबंधित धाराओं और धारा 354, 354 (ए), 420, 467, 468, और 471 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लड़की से छेड़छाड़ पर भीड़ ने की थी पिटाई
बता दें कि रविवार रक्षा बंधन के दिन इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र अन्तर्गत गोविंद नगर में लोगों ने चूड़ी विक्रेता तस्लीम की पिटाई कर दी थी जिसपर आरोप था कि उसने चूड़ी बेचने के बहाने लड़कियों से छेड़छाड़ की है। हालंकि वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने पिटाई करने वाले लोगों पर मामला दर्ज कर लिया था।
गृह विभाग की रिपोर्ट में फर्जी दस्तावेजों का खुलासा
इस पूरे मामले पर मध्यप्रदेश के गृह विभाग की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया था कि गृह विभाग की रिपोर्ट के अनुसार एक विशेष समुदाय का व्यक्ति हिन्दू नाम रखकर चूड़ियां बेच रहा था जिसके कारण सारा विवाद हुआ है।
चूड़ी पहनाते वक्त हुई घटना
गृह मंत्री ने आगे था बताया कि व्यक्ति चूड़ी बेचने के लिए मोहल्ले में था और उसने हिंदू नाम रखा हुआ था जबकि वह था दूसरे समुदाय से। उसके पास से आधार कार्ड भी इसी तरह के दो मिले हैं। और सावन में बहन बेटियों को चूड़ियां पहनाने की परंपरा है, वहां से विवाद शुरू हुआ था। उसके बाद दोनों पक्षों पर कार्रवाई हुई।