मार्च में 1,23,902 करोड़ GST वसूली के साथ नया रिकॉर्ड, GST लागू होने के बाद से अब तक का सर्वाधिक
नई दिल्ली: मार्च, 2021 में जीएसटी राजस्व संग्रह ने नया रिकॉर्ड बनाया है, मार्च माह में 1,23,902 करोड़ रुपए के सकल जीएसटी राजस्व की वसूली हुई।
वित्त मंत्रालय ने कहा है कि मार्च 2021 में 1,23,902 करोड़ रुपए के सकल जीएसटी राजस्व की वसूली हुई, जिसमें सीजीएसटी 22,973 करोड़ रुपए, एसजीएसटी 29,329 करोड़ रुपए, आईजीएसटी 62,842 करोड़ रुपए (वस्तुओं के आयात पर वसूली गई 31,097 करोड़ रुपए की राशि सहित), 8,757 करोड़ रुपए की उपकर राशि (वस्तुओं के आयात पर वसूल की गई 935 करोड़ रुपए की राशि सहित) शामिल है।
सरकार ने नियमित निपटान के रूप में सीजीएसटी से 21,879 करोड़, और आईजीएसटी से एसजीएसटी के रूप में 17,230 करोड़ रुपए का नियमित निपटान किया। इसके अलावा, केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के बीच 50:50 के अनुपात में आईजीएसटी तदर्थ निपटान के रूप में 28,000 करोड़ रुपये का निपटान भी किया है। मार्च 2021 में नियमित निपटान के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा अर्जित कुल राजस्व इस प्रकार है- सीजीएसटी के लिए 58,852 करोड़ रुपए और एसजीएसटी के लिए 60,559 करोड़ रुपए। केंद्र ने मार्च 2021 के महीने के दौरान 30,000 करोड़ रुपये का मुआवजा भी जारी किया है।
मार्च 2021 के दौरान जीएसटी राजस्व, जीएसटी लागू होने के बाद सबसे अधिक है। जीएसटी राजस्व में वसूली की वर्तमान प्रवृत्ति के अनुरूप मार्च 2021 में पिछले साल के इसी माह की तुलना में जीएसटी राजस्व 27 प्रतिशत अधिक रहा। पिछले साल मार्च माह की तुलना में इस माह के दौरान वस्तुओं के आयात से प्राप्त राजस्व 70 प्रतिशत अधिक रहा तथा घरेलू लेन-देन (सेवाओं के आयात सहित) से प्राप्त राजस्व 17 प्रतिशत ज्यादा रहा। जीएसटी राजस्व में इस वित्त वर्ष की पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी तिमाही में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में क्रमशः (-) 41%, (-) 8%, 8% और 14% की वृद्धि दर देखी गई है।
जीएसटी राजस्व लगातार छठी बार एक लाख करोड़ के पार पहुंचा है और इसमें लगातार बढ़ोत्तरी महामारी के बाद आर्थिक सुधारों का स्पष्ट संकेत है। पिछले कुछ महीनों में कर राजस्व में लगातार वृद्धि में जीएसटी, आयकर और सीमा शुल्क आईटी प्रणालियों तथा प्रभावी कर प्रशासन सहित कई स्रोतों से डेटा का उपयोग करके नकली-बिलिंग के खिलाफ गहरी निगरानी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।