दुराचार

MP प्रभारी ने दलितों पर हमले में गुर्जरो को बता दिया हिंसक, OBC पता चलने पर भीम आर्मी नेता ने ट्वीट डिलीट किया

देवास: मध्य प्रदेश के देवास में हुयी दो गुटों के हिंसक झड़प में कई लोग घायल हो गए। दरअसल जमीन विवाद को लेकर देवास के एक छोटे से गाँव रेटिया में हुई इस हिंसक झड़प में कई लोग जख्मी व 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

सुचना के अनुसार दलित समुदाय व ओबीसी समाज के गुर्जर जाति के लोगो के बीच में हुई जमीन विवाद की ‘तू तू – मैं मैं’ एकाएक हिंसक झड़प में तब्दील हो गई।

हिंसा में दोनों परिवारों के ओर से लाठी डंडे व कुल्हाड़ी तक चल गई जिस कारण से दलित समुदाय के 5 लोग घायल हो गए जिसमे एक महिला व बच्चा भी शामिल है।

घायलों को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां घायलों की हालत अब ठीक बताई जा रही है।

लेकिन मामले में जाति को ढूंढ लेने वाली भीम आर्मी ने इस जमीन विवाद में भी दलित शब्द ढूंढ निकाला। मध्य प्रदेश के प्रभारी सुनील अस्तेय ने मामले का संज्ञान लेते हुए अपनी टीम को तुरंत एक्टिव करते हुए धड़ाधड़ 5 ट्वीट कर गुर्जर समाज को ही कठघरे में खड़ा दिया।

वहीं गुर्जरो को गरियाते हुए 15 छोड़ 85 जोड़ के भीम आर्मी के नारे को ठेंगा दिखाते हुए बची कुची कसर उनके समर्थको ने कमेंट सेक्शन में पूरी कर दी।

मामले को बेहद गंभीर बताते हुए सुनील अस्तेय ने लिखा “जमीन विवाद में दलितों को निहत्ता पाकर गारी(गुर्जरों) जाति के 30 लोगों ने 12 तलवारों, कुल्हाड़ी से कायरों की तरह महिलाओं, बच्चों पर जानलेवा हमला कर दिया, 5 लोग गम्भीरघायल, ग्रा.रेटिया थाना पिपलरावा,जिला देवास मप्र। भीमआर्मी देवास टीम गांव जा रही है, एक टीम हॉस्पिटल पहुँच रही है।”

आगे सुनील जी ने आक्रोश दिखाते हुए तुरंत दूसरा ट्वीट दाग दिया, अन्य ट्वीट में प्रदेश प्रभारी ने कहा “मामले में FIR दर्ज, 5 लोगो को गंभीर चोट जिसमे एक महिला,बच्चा शमिल है।

देवास पुलिस प्रशासन, जल्द ही मामले में कठोर कार्यवाही करें, नही तो हम तैयार है। परिवार को उचित स्वस्थ्य व्यवस्था, जमीन मामला सुलझाकर आरोपियों को जेल भेजे। अगर कुछ होता है तो सभी साथी पूरी तैयारी के साथ रहे।”

जिसके बाद सुनील अस्तेय ने भीम आर्मी चीफ को इस उम्मीद से टैग किया कि वह इस मुद्दे को उठाकर दलितों की आवाज को बुलंद करेंगे लेकिन राजनीती में मझ चुके चंद्रशेखर ने तुरंत ओबीसी समाज से जुडी खबर को देखते हुए मामले से कन्नी काट ली।

Bhim Army leader deleted his post after knowing the accused were not sawarns

आपको बता दें कि चंद्रशेखर की आज़ाद समाज पार्टी राज्य में होने वाले 37 सीटों के उपचुनावों में उतरने जा रही है ऐसे में ओबीसी को नाराज करने का खतरा भीम आर्मी मुखिया नहीं उठा सकते है।

वहीं भीम आर्मी के अन्य दलित नेता सूरज बौद्ध ने पहले तो इसको ट्वीट कर संज्ञान लेने की बाते कहीं लेकिन मामले में ओबीसी देख उन्होंने भी ट्वीट को बाद में डिलीट कर दिया।


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