पुलिस द्वारा झूठे रेप के आरोप में पुजारी को जेल भेजने पर फूटा ब्राह्मणों का गुस्सा, सड़को पर उतरे लोग
छतरपुर: मामला जिले की राजनगर तहसील के लखेरी गाँव का हैं, जहां स्थित ब्राह्ममेश्वर धाम के नाबालिग पुजारी पर झूठा रेप का आरोप लगाने, आश्रम में हनुमान जी की मूर्ति तोड़ने और ब्राह्मणों के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी करने के आरोप में ब्राह्मण सभा छतरपुर ने ज्ञापन सौंपा और कार्यवाई न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल मामला बीते महीने फरवरी का है, जहां छतरपुर के राजनगर तहसील स्थित ब्राह्ममेश्वर धाम के नाबालिग पुजारी पर आश्रम में एक महिला के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म के आरोप में केस दर्ज किया था।
पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के लिए ओबीसी महासभा ने प्रदर्शन कर एसपी को ज्ञापन सौंप कर कार्यवाई की मांग कर रही थी। जिसके बाद एक अन्य महिला ने ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों पर भी रेप का केस दर्ज कराया था।
जिसके कुछ दिन पश्चात स्थित ब्राह्ममेश्वर धाम के आश्रम में अज्ञातों द्वारा तोड़ फोड़ कर हनुमान जी की मूर्ति को तोड़ दिया गया था। जिसके बाद खजुराहो पुलिस द्वारा एक विक्षिप्त आदिवासी युवक को मूर्ति के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
ब्राह्मण सभा का विरोध प्रदर्शन
बीते कई दिनों से ब्राह्मणों के खिलाफ विवादास्पद बयान और अनर्गल पोस्ट कर महौल बिगाड़ने का लगातार प्रयास किया जा रहा हैं। इसी के चलते बीते दिन 10 मार्च को ब्राह्मण समाज छतरपुर ने विरोध प्रदर्शन करते हुए एसपी को ज्ञापन सौंप कर कार्यवाई की मांग की हैं।
ब्राह्मण समाज ने ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों पर दर्ज दुष्कर्म के मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की हैं। विरोध जताते हुए ब्राह्मण समाज ने कहा कि ओबीसी महासभा अपनी राजनीति करने में लगी हुई हैं। जिस महिला को न्याय दिलाने के लिए नबालिक पुजारी पर कार्रवाई की मांग की जा रही है, वही अन्य पीड़ित महिला को दरकिनार कर ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों को बचाया जा रहा हैं। क्या वह पीड़ित ओबीसी महिला न्याय की हकदार नही हैं?
ब्राह्मण समाज छतरपुर ने एसपी को ज्ञापन सौंप कर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कार्यवाई करने की मांग की हैं। पुलिस द्वारा न्याय उचित कार्यवाई न करने पर ब्राह्मण समाज ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी हैं।