इंदौर: नगर निगम टीम ने ट्रक से फेंककर विसर्जित की गणेश जी की मूर्तियां, 9 पर FIR दर्ज
इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर में लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वालों के विरुद्ध प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की गई है।
सोमवार को सोशल मीडिया पर इंदौर का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें दिखाया गया कि नगर निगम के कर्मचारी भगवान गणेश की मूर्तियों का ससम्मान विसर्जन करने के बजाय उन्हें डंपर से तालाब में फेंक रहे हैं।
घटना रविवार के दिन अनंत चतुर्दशी के दिन की बताई जा रही है जहां पीओपी की प्रतिमाएं ट्रकों में भरकर जवाहर टेकरी ले जाकर विसर्जित किया जा रहा था लेकिन निगम प्रशासन द्वारा पूरे विधि विधान के साथ गणपति विसर्जन के बजाय उनकी प्रतिमाओं को बुरी तरह से फेंककर नष्ट किया जा रहा था।
इधर वीडियो वायरल होते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया और परिणामस्वरूप गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान लापरवाही बरतने वाले इंदौर नगर निगम के 7 कर्मचारियों और 2 सुपवायजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई।
इस कार्रवाई में संबंधित जोनल और कार्यक्रम अधिकारी को भी निलंबित किया गया है जिसकी जानकारी मंगलवार को कलेक्टर द्वारा जारी एक बयान में दी गई।
बता दें मामले का संज्ञान लेते हुए निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने ज़ोनल आधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। इसके अतिरिक्त इसमें लिप्त 9 कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर उनके ख़िलाफ़ FIR दर्ज करवाने के निर्देश दिए।
नगर आयुक्त ने बताया कि उन्हें मूर्तियों को सम्मानपूर्वक विसर्जित करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन उन्होंने निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन नहीं किया। उन्होंने लोगों की भावनाओं और आस्था को ठेस पहुंचाई है।
इस मामले को सबसे पहले इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने उठाया था। वीडियो आने के बाद उन्होंने कहा था कि निगम कर्मचारियों द्वारा गणेश प्रतिमा विसर्जन के जी दृश्य सामने आए वो स्वीकार नहीं है।
सांसद ने निगमायुक्त और ज़िलाधीश से बात कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कहा था। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी घटना पर नाराजगी जाहिर की है।