‘बिहार में भी बने लवजिहाद के खिलाफ कानून’- VHP ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
पटना: विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि उसने बिहार में जेहादी आक्रमण, बम विस्फोट की घटनाओं की बढ़ोतरी के संदर्भ ध्यान आकृष्ट कराने और सरकार की ओर से जेहादी आक्रमणों के विरूद्ध ठोस कार्रवाई करने हेतु प्रदेश के राज्यपाल को आवेदन पत्र सौंपा है।
दरअसल विश्व हिंदू परिषद के एक उच्च प्रतिनिधिमंडल ने आज बिहार के राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की। वीएचपी ने कहा कि इस दौरान उसने राज्य को इस्लामिक जिहादियों से बचाने के लिए विस्तृत ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में वीएचपी ने कहा “बिहार के सीमांचल क्षेत्रों में हिन्दूओ पर जेहादी आक्रमण बढ़ रहे हैं। कहीं पर लव जेहाद में हिन्दू लड़कियों को जबरन उठाया जा रहा है तो कहीं धर्मांतरण कराया जा रहा है, कहीं मंदिरों के मूर्ति तोड़े जा रहे है तो कहीं हिन्दूओ के धार्मिक अनुष्ठान और पारिवारिक उत्सवों पर भी इस्लामिक आक्रमण हो रहे हैं, तो बिहार में जगह जगह बम विस्फोट हो रहे है और पुलिस प्रशासन इस्लामिक आक्रमणों के सामने बौना नजर आ रही है या यूँ कहे कि जेहादियो के सामने घुटने टेक रही है।”
“लव जेहाद, गो हत्या और हिन्दुओं पर आक्रमण के विरूद्ध यदि कहीं पर FIR भी हुए है तो पुलिस एक्शन में नहीं आ रही है, अधिकांश जगह पर तो FIR तक नहीं हुआ है। जगह जगह बम विस्फोट भी इसी प्रकार के आक्रमण का ही हिस्सा है। दरभंगा रेलवे स्टेशन, बांका के मदरसा में बम विस्फोट, अररिया में बम विस्फोट ये सब इस्लामिक आतंकवाद का ही हिस्सा है।”
“आज बिहार का संपूर्ण सीमांचल क्षेत्र इस्लामिक आतंकवादियों के निशाने पर है। किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, दरभंगा, भागलपुर, मोतिहारी का ढाका प्रखंड, बेतिया, बगहा सहित बिहार के अनेक जिले खासकर भारत नेपाल और बंगलादेश से जुड़े सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रतिदिन लव जेहाद, धर्मांतरण, गो हत्या, मठ मंदिरों पर इस्लामिक आक्रमण, हिंदुओं के धार्मिक अनुष्ठानो पर हमले प्रतिदिन हो रहे है। लव जेहाद में तो पुलिस FIR करने से भी कतरा रही है और यदि कहीं FIR हो भी गया तो पुलिस अभियुक्त को पकड़ने और लड़की को बरामद करने में रूचि नहीं दिखा पा रही है। जिसके कारण जेहादियो का मनोबल काफी ऊंचा है और प्रति दिन हिन्दू लड़कियां जेहादियो द्वारा ऊठाई जा रही है। यहाँ तक कि बेटियो की बारात पर भी हमले कर उसे रोका जा रहा है।”
“हिन्दू समाज अपने को असहाय महसूस कर रहा है और वो ऐसे क्षेत्रों से पलायन करने को मजबूर हो रहा है। कहीं कहीं पर तो यदि हिन्दू ऐसे राष्ट्र विरोधी कार्यों के खिलाफ खड़ा भी होते हैं तो उन पर पुलिस द्वारा झूठे मुकदमे कर उन्हें तबाह किया जाता है और अधिकांशतः इस्लामिक हमले हिंदुओं के अनुसुचित जातियो जन जातियो पर ही हो रहे है। पूर्णिया के वायसी और मोतिहारी के ढाका प्रखंड की घटना इसका ज्वलंत उदाहरण है।”
“विश्व हिन्दू परिषद का मानना है कि बिहार के सीमांचल क्षेत्रों में रोहिंगिया, बंगलादेशी घुसपैठियो और PFI जैसे आतंकी संगठनों के कारण इस प्रकार की घटनाएं घट रही है और स्थानीय जेहादी मानसिकता के मुस्लिम भी ऐसे लोगों का साथ दे रहे है तथा पुलिस प्रशासन तथा राज नेता मुस्लिम तुष्टीकरण के कारण अपना मुँह बन्द किए हुए है। यदि इस प्रकार की घटनाओं पर सरकार और उच्च प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा संज्ञान लेकर अविलंब रोक नहीं लगाया गया तो बिहार की स्थिति भी पश्चिम बंगाल और कश्मीर जैसे हो जाएगी।”
“बिहार में बढ़ रहे बम विस्फोट की घटनाओं की जांच NIA से कराई जाए, अनुसूचित जाती के लोगों पर हो रहे अत्याचार की जांच के लिए राज्य स्तरीय आयोग का गठन किया जाए। लव जेहाद और धर्मांतरण के विरुद्ध गुजरात जैसा कठोर कानून बनाया जाए तथा हिंदुओं के ऊपर किए गए सभी फर्जी केस वापस लिए जायें।”