WhatsApp को सत्ता रहा है डर, अखबरों में एड देने पर भी नहीं बनी बात तो लगाया स्टैट्स
कुछ दिनों पहले 4 जनवरी 2021 को व्हाट्सएप ने एक नई प्राइवेसी पॉलिसी लाई थी। जिसके तहत अगर आप उनके नई पालसी को नहीं मानते तो है तो वे आपके अकाउंट को 8 फरवरी को बंद कर देंगे। लोगों के बीच भारी विरोध के बाद व्हाट्सएप ने इस समय सीमा को बढ़ाकर 15 मई कर दिया है।
क्या थी प्राइवेसी पॉलिसी-
सभी सोशल मीडिया कंपनियों की अपनी एक प्राइवेसी पालसी होती है जिनको वे समय-समय पर बदलते और अपडेट करते रहते हैं। व्हाट्सएप भी इसी तरह से अपनी प्राइवेसी पालसी में समय-समय पर बदलाव करता आया है। किंतु यह प्राइवेसी पॉलिसी इसलिए पहले से अलग है, इसमें व्हाट्सएप ने धमकी भरे लहजे में कहा था कि अगर आप उनकी इन शर्तों को नहीं मानते तो वह आपका अकाउंट बंद कर देंगे।
आमतौर पर कंपनियां उपयोगकर्ताओं के विवेक पर छोड़ देते हैं कि वह प्राइवेसी पॉलिसी को एक्सेप्ट करें या ना करें। दरअसल व्हाट्सएप का नया पेमेंट फीचर भारत में लांच होने जा रहा है। व्हाट्सएप पेमेंट को आगे रखने की होड़ में व्हाट्सएप इन नई प्राइवेसी पॉलिसी पर जोर दे रहा है।
अगर नई पुरानी पॉलिसी को मिला दिया जाए तो व्हाट्सएप आपकी निम्न जानकारियां आपसे ले रहा है।
फोन नंबर, लोकेशन, बैटरी लेबल, पेमेंट डिटेल्स, सिगनल स्ट्रैंथ, एप वर्जन, ब्राउज़र डिटेल्स,
टाइम जोन, इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी, आपका देश, शहर साथ ही वहां आपकी जानकारियों को फेसबुक के दुनिया भर के तमाम दफ्तरों में संग्रह और साझा करता है।
अगर आप व्हाट्सएप बिजनेस का उपयोग कर रहे हैं तो वह आपके बिजनेस से संबंधित जानकारियों को फेसबुक व अन्य कंपनियों के साथ साझा करता है।
देश भर के लोग कर रहें है विरोध –
4 जनवरी 2021 को नई प्राइवेसी पॉलिसी आने के बाद से ही देशभर के लोगों ने व्हाट्सएप के इस डाटा चोर रवैया के कारण विरोध करना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने अन्य मैसेजिंग एप जैसे कि टेलीग्राम और सिग्नल का भी इस्तेमाल शुरू कर दिया। हालांकि व्हाट्सएप दावा कर रहा है कि उसकी इस पॉलिसी का असर लोगों की प्राइवेसी पर नहीं पड़ेगा।
विरोध के बाद पीछे खींचने पड़ रहे हैं पांव –
व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी का देश भर में हो रहे भारी विरोध के बाद फिलहाल व्हाट्सएप ने इसे 3 महीने के लिए स्थगित कर दिया है। व्हाट्सएप के सीईओ विल कैथकार्ट ने कहा कि कंपनी भारत के यूजर्स की निजता और सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है, साथ ही वह लगातार यूजर्स को स्पष्ट करेगी कि उनके संदेश एंड टू एंड कूट रूप में होंगे।
यूरोपीय यूजर्स के लिए अलग पॉलिसी –
साडा कुत्ता कुत्ता
त्वाडा कुत्ता टॉमी ??
जहां भारत समेत दूसरी जगहों पर व्हाट्सएप यूजर्स को नई पालिसी स्वीकार करना अनिवार्य है वही यूरोपीय यूजर्स को नई पॉलिसी स्वीकार करने की बाध्यता नहीं है। व्हाट्सएप के इस दोहरे रवैए को लेकर भी लोगों के बीच काफी आक्रोश है।
भारतीयों की निजता का उलंघन है –
व्हाट्सएप भारतीयों के निजता की सुरक्षा का उल्लंघन करता है। साथ ही भारत के कानून का उल्लंघन करता है। व्हाट्सएप भारत में आईटी एक्ट 2000 के अधीन आता है। क्योंकि भारत का आईटी एक्ट बहुत लचीला है इसलिए व्हाट्सएप को कोई बहुत ज्यादा मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ेगा।
भर दिए अखबारों के पन्ने –
“Privacy is in our DNA” वाले दावों को लेकर व्हाट्सएप ने भारत भर में अखबारों के पन्ने भर भर के विज्ञापन दिए। व्हाट्सएप लगातार दावे कर रहा है कि वह न तो आपके मैसेज को पढ़ सकता है और ना ही आप की लोकेशन देख सकता है। अब जब निजता की सुरक्षा को लेकर दावों की पोल खुल रही हैं तो लग रहा है कि DNA में कुछ गड़बड़ जरूर है।
स्टेटस में दिखकर भी कर दिए दावे
व्हाट्सएप के देश भर के करोड़ों यूजर्स को स्टेटस फीचर में व्हाट्सएप ने दिखाया कि वो आपके डेटा की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। अब जब भारी संख्या में लोग अन्य मैसेजिंग एप पर स्विच कर चुके हैं तो वॉट्सएप का इस तरह से निजता की सुरक्षा का दावा करना स्वाभाविक है।
व्हाट्सएप को लेकर ज्यादातर लोग मानते हैं कि डाटा चोरी करना इसकी पुरानी आदत है व्हाट्सएप डाटा को बिना बताए बहुत समय से अपने प्रयोग में ले रहा है। हालांकि इस बार मामला बहुत आगे तक जा चुका है। अब तक यह काम (निजी डेटा का उपयोग) ये बिना बताए करता था।
व्हाट्सएप जैसी सोशल मीडिया कंपनियों के लिए भारत में कोई ठोस कानून नहीं है, हालांकि भारत में पर्सनल प्रोटेक्शन बिल काफी समय से लटका हुआ है शायद यही कारण है कि व्हाट्सएप भी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लागू करने की जल्दी में है। भारतीयों के निजता की सुरक्षा का इस तरह से उल्लंघन गंभीर विषय है। इस विषय में सरकार को दखल देकर कानून बनाने की आवश्यकता है।