‘काश मेरी जिंदगी मेरे वतन के काम आए’- शहीद एयरफोर्स अधिकारी की पत्नी बनीं फ्लाइंग ऑफिसर
बेंगलुरु: शहीद वायुसेना अधिकारी समीर अबरोल की पत्नी गरिमा फ्लाइंग ऑफिसर बन गई हैं।
साल 2019 में इंडियन एयरफोर्स के अधिकारी और बिजनेसमैन संजीव अबरोल के बेटे स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल (Samir Abrol) बेंगलुरू में मिराज- 2000 एयरक्राफ्ट में क्रैश के दौरान शहीद हो गए थे
तीन साल पहले हुई थी शादी:
समीर की शादी साढ़े तीन साल पहले सन् 2015 में हुई थी। उनकी पत्नी गरिमा बेंगलुरु में ही फिजियोथेरेपिस्ट हैं। गरिमा जालंधर की रहने वाली है। समीर भी बंगलुरू में ही रहते थे। समीर ने 2004 में 12वीं पास करने के बाद एनडीए एग्जाम पास किया। साल 2008 में समीर वायु सेना में भर्ती हो गए। समीर में देशभक्ति का जज्बा था इसी के चलते वह वायुसेना में गए
पति की शहादत के बाद उनकी पत्नी गरिमा ने सिस्टम पर भी सवाल खड़े किए थे उन्होंने दुर्घटना के लिए पुराने विमान और सरकारी रवैये को दोषी ठहराया था और समीर अबरोल की शहादत के बाद पत्नी गरिमा ने एक बेहद भावुक करने वाला पोस्ट लिखा था। उन्होंने अपने पोस्ट में सिस्टम पर सवाल भी खड़े किए थे।
जज्बे और साहस को सलाम:
पति के शहीद हो जाने के बाद भी उन्होंने हौसला बनाये रखा और पति की शहादत के बाद गरिमा ने साहस से काम लिया और आज वह इंडियन एयरफोर्स की यूनिफॉर्म पहन चुकी हैं। पति की शहादत गरिमा के हौंसलों को कमजोर नहीं कर सकी और वह एक साल के भीतर ही वायुसेना का हिस्सा बन गईं हैं। गरिमा अबरोल एयरफोर्स अकेडमी से पास आउट हो गई हैं और वह फ्लाइंग ऑफिसर बन गई हैं। शनिवार को हैदराबाद के तेलंगाना के डिंडीगुल स्थित एयरफोर्स एकेडमी से पासिंग आउट होने के बाद गरिमा अबरोल ने परेड में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सलामी दी थी।
कठिन समय में सभी चुनौतियों और विपत्तियों को पार करके ऑफिसर बनकर गरिमा ने महिलाओं के लिए मिसाल कायम की है और साबित कर दिया है कि नारी शक्ति किसी भी कठिन परिस्थितियों में कठिन से कठिन समय में हर एक पड़ाव को दृढ़ निश्चय और आत्मविश्वास के साथ पूर्ण कर सकतीं है।