जम्मू कश्मीर में बाढ़ में फ़ँसी महिला को बचाने के लिए बाढ़ के पानी में घुसा सुरक्षा बल, तस्वीरें वॉयरल !
कठुआ (J&K): कश्मीर में एक बार फिर सुरक्षा बल बाढ़ में फंसे लोगों के लिए देवदूत बन रहे हैं।
जम्मू कश्मीर में भी कई जिलों में बाढ़ लोगों के लिए तबाही व मुसीबत बनी हुई है। वहीं राज्य के लोगों के बचाव के लिए एक बार फिर वही सुरक्षा बल सामने आए है जिसके लिए JNU के छात्र नेताओं ने अपमान जनक टिप्पणियां की थी।
सुरक्षा बलों के इस बचाव कार्य की एक फोटो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गई जिसमें जम्मू कश्मीर पुलिस के एक जवान अपनी जान को जोखिम में डालकर बाढ़ के बीच एक महिला को निकाल रहे हैं।
दरअसल पुलिस कर्मियों के एक दल ने आज कठुआ जिले में उझ नदी में एक बाढ़ से तीन परिवारों को बचाया। खराब मौसम, लगातार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने लगातार बारिश के कारण कठुआ जिले के कुछ हिस्सों में भारी बाढ़ के बाद फंसे कम से कम 14 लोगों को बचाया है। पुलिस ने कहा कि कठुआ जिले के विभिन्न हिस्सों में नाजुक जगहों पर खराब मौसम के बीच बचाव अभियान चलाया गया।
KATHUA, 26 AUGUST:THREE FAMILIES INCLUDING 15 PERSONS RESCUED FROM FLASH FLOOD IN UJH RIVER RAJBAGH BY KATHUA POLICE@JmuKmrPolice@ZPHQJammu@igpjmu @shailyIPSspeaks @RamnishGupta6 @jkmediasocial @takeonedigital @KathuaUpdate @JAMMULINKS @ANI @U4U_Voice@CrossTownNews pic.twitter.com/CJhJC4NYIT
— Kathua Police (@KathuaPolice) August 26, 2020
पुलिस ने कहा कि वो बाढ़ के कारण किसी भी चुनौती से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने कहा, “पुलिस टीमों को संवेदनशील बिंदुओं पर तैनात किया गया है। पुलिस को समय पर कार्रवाई के लिए किसी भी बाढ़ की घटना की सूचना देने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
JNU छात्र कन्हैया कुमार ने बताया था सुरक्षा बलों को रेपिस्ट:
साल 2016 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जेएनयू में देर रात आयोजित कार्यक्रम में कन्हैया कुमार ने जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों पर अपमान जनक टिप्पणी की थी। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान कहा था कि “हम मानवाधिकार के उल्लंघन के खिलाफ बोलेंगे, हम अफस्पा के खिलाफ बोलेंगे, हम सैनिकों का सम्मान करते हुए बोलेंगे कि कश्मीर में सुरक्षाबलों द्वारा दुष्कर्म किया जाता है। हम यह बोलेंगे कि देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीमा पर खड़े लोगों की है लेकिन हम यह भी बोलेंगे कि युद्ध में आप रवांडा देश का उदाहरण उठाकर देख लीजिए।”
सेना मानवाधिकार का हनन कर रही है: शेहला
वहीं अन्य JNU छात्रा शेहला रशीद ने साल 2019 में अपने सिलसिलेवार ट्वीट में रशीद ने सुरक्षा बलों पर बेबुनियाद टिप्पणी की थी। शेहला ने कहा था कि “सेना घाटी में अंधाधुंध तरीके से लोगों को उठा रही है, घरों में छापे मार रही है और लोगों को प्रताड़ित कर रही है। उन्होंने दावा किया था कि घाटी में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एजेंडे को पूरा करने के लिए मानवाधिकारों का हनन किया जा रहा है।”
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