‘नई शिक्षा नीति के साथ साथ जनसंख्या नीति भी बनें’: एंकर चित्रा त्रिपाठी ने उठाई माँग
नई दिल्ली: दशकों बाद नई शिक्षा नीति से अब जनसंख्या नीति की मांग तेज हो गई है।
बहुप्रतीक्षित देश की शिक्षा नीति को केंद्र की मोदी सरकार ने आखिरकार लगभग 3 दशक बाद नया रूप दे दिया है।
नई नीति को लेकर देश का ज्यादातर बुद्धजीवी वर्ग भी सरकार से सहमत है या इसमें कुछ और सुधार चाहते हैं। इसी कड़ी में देश की जानी मानी महिला पत्रकार व आजतक एंकर चित्रा त्रिपाठी ने नीति को लेकर कुछ सुझाव भी दिए हैं।
चित्रा ने कहा कि “नई शिक्षा नीति में ग्रेजुएशन तक की अनिवार्य फ़्री शिक्षा होनी चाहिये थी, प्राइवेट स्कूल में सख़्ती से फ़ीस पर लगाम कसनी चाहिये थी। और सबसे ज़्यादा जरुरी- वननेशन वन एजुकेशन क्यों नहीं ? 34 साल बाद भी ऐसा नहीं हुआ !”
शिक्षा नीति के बाद एंकर चित्रा ने देश में जनसंख्या नीति लागू करने पर भी जोर दिया। उन्होंने बयान में जोड़ते हुए कहा कि “और शिक्षा नीति के साथ-साथ जनसंख्या नीति भी बन जाये।”
और शिक्षा नीति के साथ-साथ #जनसंख्या_नीति भी बन जाये. https://t.co/BpQnV6wLdl
— Chitra Tripathi (@chitraaum) July 30, 2020
नई शिक्षा नीति में अंग्रेजियत को स्वदेशी से कम जगह:
29 जुलाई को आयोजित केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में कई फैसले लिए गए। जिसमें शिक्षा नीति सबसे महत्वपूर्ण था क्योंकि क़रीब तीस साल बाद नई शिक्षा नीति को मंजूरी मिली है।
इसके तहत अब उच्च शिक्षा के लिए एक ही नियामक संस्था होगी और नई नीति में भी तीन भाषाई फ़ार्मूला लागू रहेगा। नई शिक्षा नीति में 5वी कक्षा तक अंग्रेज़ी की पढ़ाई नही कराई जाएगी। इस दौरान हिंदी व अन्य भाषाओं पर जोर रहेगा। ज्ञात हो कि रूस और चीन जैसे अग्रणी देश भी अँग्रेज़ी को महत्व नही देते है।
Union Cabinet approves new education policy, to be announced today.
— ANI (@ANI) July 29, 2020
इसके अलावा इस निर्णय से मानव संसाधन मंत्रालय का नाम भी बदल जाएगा अब इसकी जगह शिक्षा मंत्रालय नाम होगा।
Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। Paytm, PhonePe, Bhim UPI, Jio Money, व अन्य किसी वॉलेट से से डोनेट करने के लिए PAY NOW को दबाने के बाद अमाउंट व मोबाइल नंबर डाले फिर ‘Other’ में जाकर वॉलेट ऑप्शन चूज करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’
Why Shivendra Tiwari is writing this piece?
Shivendra Tiwari is a student of journalism at the University of Delhi. Shivendra comes from a very remote village of Riwa situated in Madhya Pradesh. Shivendra’s knowledge about regional and rural politics defines his excellence over the subject. Apart from FD, he writes for ‘Academics 4 Namo’ and ‘Academics for Nation’ to express the clear picture of right-wing in the rural areas. Moreover, Tiwari Ji is from a science background and had scored more than 95% in his intermediate exams!