नईदिल्ली : हाल ही में विश्व बैंक नें ” ईज आफ डूइंग बिजनेस ” रैंकिंग 2019 जारी की है जिसमें भारत नें पिछले सालों की तुलना में लंबी कूद लगाई है | वास्तव में किसी भी देश में व्यापार की सुगमता के बढ़ने से देश में निवेश आने के अवसर बढ़ जाते हैं | पुराने आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो पता चलता है कि भारत का स्थान डेढ़ सौ के आस पास मडराया करता था लेकिन वर्तमान में इसमें काफी ज्यादा सुधार देखने को मिल रहा है | जाहिर है कि भारत की इस सफलता पर देश की वाहवाही भी हो रही है |
विश्वबैंक के अध्यक्ष नें फोन पर की मोदी की वाहवाही :
पीएम मोदी नें अपनें ट्वीट संदेश के जरिए जानकारी साझा की कि उन्हें विश्वबैंक के वर्तमान अध्यक्ष जिम यांग किम नें फोन पर बधाई दी है | इस दौरान उन्होंने भारत की रैंकिंग पर कसीदे पढ़े और कहा कि ” यह उल्लेखनीय है कि 1.25 बिलियन आबादी वाले देश नें 4 सालों के छोटे से समय में 65 पायदानों की लंबी छलांग लगाई | और यह पीएम नरेंद्र मोदी के मजबूत प्रतिबद्धता व नेतृत्व के कारण ही बड़े पैमाने पर संभव हो पाया है | “
कारोबार सुगमता रैंकिंग है क्या :
वास्तव में यह एक इंडेक्स है जिसे विश्वबैंक हर साल जारी करता है और इसमें किसी भी देश में व्यापार करने हेतु अलग-अलग मापदन्डों का कुल आंकडा होता है “जो कारोबार सुगमता” यानि ‘ईज आफ डूइंग बिजनेस” को परिभाषित करता है और उसी के हिसाब से देशों को रैंकिंग दी जाती है | यह डूइंग बिजनेस का 16वां संस्करण है जिसमें 2 जून 2017 से लेकर 1 मई 2018 तक के आंकड़ों को शामिल किया गया है | यह रैंकिंग 1 से लेकर 190 तक होती है जिसमें 128 अर्थव्यवस्थाओं का अध्यन किया गया है |
सूची में कौन किस मुहाने खड़ा है ;
इस सूची में किसी भी देश में व्यापार करने को लेकर क्या-क्या सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं ? उन्हीं के हिसाब से कारोबार में सहजता होती है | इसमें 10 महत्वपूर्ण मापदंड जैसे लोन, टैक्स अदायगी, बिजली कनेक्शन, व्यापार का आरंभ, आदि शामिल होते हैं | और जो देश इनमें जितना खरा उतरता है उसकी उतनी बढ़िया रैंकिंग होती है | इसमें लिस्ट का टापर न्यूजीलैंड बना है उसके बाद सिंगापुर व डेनमार्क की बारी आती है, भारत 77 वें स्थान पर है जबकि हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तन 136वें पायदान पर है |
अगर हम बात करें अपने देश की तो मालूम पड़ता है कि पिछले दो सालों में भारत नें 53 पायदानों की बड़ी लंबी कूद लगाई है | इसमें एक और बात जानने वाली है कि इस सूची में भारत की रैंकिंग देश के दो महानगरों दिल्ली और मुंबई के अध्यन पर ही तैयार किया गया है | खैर इन सबका फायदा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप सेआगे आने दिनों में देश की अर्थव्यवस्था को होने की संभावना है |