नोट्स के तौर पर पढ़िए आखिर क्या है पूरा माजरा
रूस और अमेरिका के बीच एक नई जंग की शुरुआत हो सकती है वजह अमेरिका द्वारा रूस से परमाणु संधि को तोड़े जाना ।
उन्होंने आरोप लगाया कि रूस संधि का उल्लंघन कर रहा है। इस संधि के तहत एक खास श्रेणी के परमाणु हथियारों को समाप्त करने की व्यवस्था हैl ज्ञात हो कि अमेरिका हर तरह से रूस के निरस्त्रीकरण करने पर तुला हुआ है।
प्रमुख तथ्य
• यह संधि अमेरिका और यूरोप और सुदूर पूर्व में उसके सहयोगियों की सुरक्षा में मदद करती है।
• यह संधि अमेरिका और रूस को 300 से 3,400 मील दूर तक मार करने वाली जमीन से छोड़े जाने वाली क्रूज मिसाइल के निर्माण को प्रतिबंधित करती है।
• इसमें सभी जमीन आधारित मिसाइलें शामिल हैं।
• मध्यम दूरी परमाणु शक्ति (आईएनएफ) संधि की अवधि अगले दो साल में खत्म होनी है।
• रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि रूस के साथ ऐतिहासिक परमाणु संधि से अलग होने का अमेरिका का कदम अकेले वैश्विक महाशक्ति बनने के सपने से प्रेरित है।
क्या है संधि का महत्व ?
तत्कालीन सोवियत संघ के राष्ट्रपति मिखाइल गोबार्चेव और अमेरिका के रोनाल्ड रीगन द्वारा 1987 में हस्ताक्षरित यह संधि 483 किलोमीटर और 5,472 किलोमीटर के बीच की दूरी और जमीन से लॉन्च होने वाली बैलिस्टिक व क्रूज मिसाइलों के निर्माण, तैनाती और परीक्षण पर प्रतिबंध लगाती है।
नाटो मंत्रियों ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि आईएनएफ समझौता ”यूरो-अटलांटिक सुरक्षा के लिए अहम है और हम इस ऐतिहासिक हथियार नियंत्रण संधि की रक्षा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.” साथ ही उन्होंने रूस से अपनी नई मिसाइलों की क्षमताओं को लेकर स्पष्ट करने का आग्रह किया।
संधि से अलग होने का कारण
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि जब तक दूसरे देश इसका उल्लंघन करते रहेंगे तब तक अमेरिका इस समझौते का पालन नहीं करेगा।इस बीच, रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि रूस के साथ ऐतिहासिक परमाणु संधि से अलग होने का अमेरिका का कदम अकेले वैश्विक महाशक्ति बनने के सपने से प्रेरित है। ट्रंप ने कहा कि जब तक रूस और चीन हमारे पास नहीं आते और यह नहीं कहते कि उन हथियारों का निर्माण नहीं करेंगे, तब तक हमें उन हथियारों को बनाना होगा. अगर रूस और चीन यह कर रहे हैं, और हम समझौते का पालन कर रहे हैं तो यह अस्वीकार्य है।
क्या है आईएनएफ संधि ?
इंटरमीडिएट रेंज परमाणु बल संधि (आईएनएफ संधि) संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ के बीच इंटरमीडिएट-रेंज और शॉर्ट-रेंज मिसाइलों के उन्मूलन पर संधि का संक्षिप्त नाम है जो 1987 में हस्ताक्षरित की गई. 8 दिसंबर 1987 को राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन और रूस के राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव ने वाशिंगटन, डीसी में इस संधि पर हस्ताक्षर किए थे. इस संधि को 27 मई 1988 को संयुक्त राज्य अमेरिका सीनेट द्वारा जारी किया गया और 1 जून 1988 को लागू किया गया था।