नईदिल्ली : UPSC नें 3 राउंड सलेक्शन से अलग हटके निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों को सरकरी विभागों में सलेक्ट किया है |
दरअसल पहले भारतीय संघ लोकसेवा आयोग (UPSC ) 3 राउंड की बेहद कठिन प्रक्रिया के बाद ग्रेड-A के सरकारी पदों (IAS, IPS, IFS, IRS) में भर्ती करता था जैसा कि पिछले दिनों UPSC नें 2018 का रिजल्ट भी जारी किया था जिसके टॉपर कनिष्क कटारिया थे | लेकिन इसमें कुछ नया करने के उद्देश्य से सरकार की थिंक टैंक संस्था नीति आयोग के सलाह पर निजीक्षेत्र के प्रतिभाओं को लेटरल एंट्री के द्वारा सरकरी विभागों में आने के लिए जुलाई 2018 में आवेदन माँगे गए थे |
इसमें 6077 आवेदन आए जिसमें से 89 अभ्यर्थियों को इन्टरव्यू के लिए बुलाया गया | और इन्हें राजस्व,कृषि, वित्तीय, आर्थिक मामलों, जैसे पदों के लिए चयनित किया गया |
इधर अपने क्षेत्रों में महारत रखने वाले निजी क्षेत्रों के 9 प्रोफेशनल्स को UPSC नें ज्वाइंट सेक्रेटरी पोस्ट के लिए सलेक्ट किया है | इनके नाम व पद ऐसे हैं :
- अम्बर दुबे (नागरिक उड्डयन)
- सुजीत कुमार वाजपेयी (पर्यावरण मंत्रालय)
- दिनेश दयानन्द जगदाले (नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा)
- काकोली घोष (कृषि)
- राजीव सक्सेना (आर्थिक मामले)
- सौरभ मिश्रा (वित्तीय सेवाएँ)
- सुमन प्रसाद सिंह (सड़क परिवहन)
- अरुण गोयल (वाणिज्य)
- भूषण कुमार (जहाजरानी)
हालांकि इन भर्तियों पर भी कई प्रोफेसर व पत्रकारों नें चयनित अभ्यर्थियों के जाति को लेकर ऐतराज़ जताया है | वरिष्ठ पत्रकार व दलित चिंतक दिलीप मंडल नें यहाँ तक कह दिया कि “ये सभी चयनित 15% की आबादी वाले ऊँची जातियों से हैं” |
9 Joint Secretary posts directly filled by Govt of India.
5 Brahmins, 1 Rajput, 1 Baniya, 1 Kayasth, 1 Bhumihar…All High Castes from 15% of Indian population.
85% SC, ST, OBC can go and chant Jai Shree Ram!
— Dilip Mandal (@dilipmandal) April 16, 2019
लेकिन आपको बता दें कि ये सभी अपने क्षेत्रों में दुनिया की नामी गिरामी संस्थाओं जैसे SAARC, KPMG, NPHC, PANAMA GROUP के बड़े पदों में कई सालों से कार्यरत हैं और उन्हें उस क्षेत्र में काफ़ी अनुभव भी है | तो ऐसे में इनकी जातियों में सवाल खड़ा करना उनकी व्यक्तिगत सोच हो सकती है |