संसद में सबसे अधिक सवर्णो का रहेगा प्रतिनिधित्व, SC/ST एक्ट व आरक्षण पर एकता का मिला फायदा

इस बार लोकसभा में सभी पार्टियों के हिंदी पट्टी में सबसे अधिक 88 सवर्ण जीत कर आये है जिसके बाद 53 ओबीसी पहुंचे है।

नई दिल्ली: इस बार लोकसभा में सवर्णो का दबदबा सबसे अधिक रहने वाला है। 542 सीटों पर निकले परिणामो में सबसे अधिक सांसद उच्च जाति से जा रहे है। मंडल और मंदिर की राजनीति में सबसे अधिक फायदा सवर्णो को दिया है।

वही बढ़ते आरक्षण व एससी एसटी एक्ट के प्रकोप ने भी सवर्णो को एकत्ररित करने का काम किया है।

भाजपा ने हिंदी पट्टी राज्यों में सबसे अधिक 88 अगड़ो को टिकट थमाया था जिसमे से 80 सांसद लोकसभा पहुंचने में सक्षम हुए। भाजपा की जीत में सबसे अधिक योगदान उच्च जाति के एकतरफा समर्थन को जाता है।



वही ओबीसी व दलितों पर राजनीती करने वाली पार्टियों द्वारा सवर्णो को नज़रअंदाज करना बेहद महंगा साबित हुआ है जिसका पूरा मुनाफा भाजपा के खाते में गया है।

इस बार लोकसभा में सभी पार्टियों के हिंदी पट्टी में सबसे अधिक 88 सवर्ण जीत कर आये है जिसके बाद 53 ओबीसी पहुंचे है।