जातिमुक्त भारत के लिए अमर जवान ज्योति पर जुटे 10 हज़ार से अधिक प्रदर्शनकारी

14 अप्रैल को देश भर के लगभग सभी शहरो में हुआ एक तरह का अनोखा प्रदर्शन, दिल्ली में प्रशासन के हाथ पाँव फुले।

नई दिल्ली: देश से जाति मिटाने के इरादे से मैदान में कूद चुकी युथ फॉर इक्वलिटी ने 14 अप्रैल को देश भर में करीब 150 शहरो के 500 से अधिक जगहों पर कैंडल मार्च निकाला ।

दिल्ली के ऐतिहासिक इंडिया गेट स्थित “अमर जवान ज्योति” के सामने करीब 10 हज़ार लोगो ने इकट्ठा होकर कैंडल जलाई। बेहद गोपनीय ढंग से अंजाम दिए गए इस प्रदर्शन के शुरू होते ही प्रशासन के हाथ पाँव फूल गए जिसके बाद आनन फानन में पुलिस बल बुला लिया गया।

अमर जवान ज्योति जैसी उच्च स्तरीय सुरक्षा को भेदकर प्रदर्शनकारियों ने जाति मुक्त भारत के लिए कैंडल जलाकर शांति पूर्वक प्रदर्शन किया।



दिल्ली विश्विधालय के छात्र पवन का कहना था कि वह समाज में बढ़ रहे जातिगत सरकारी भेदभाव से तंग आकर आज यहाँ आये हैं। वहीं जेएनयू के ही दूसरे छात्र विनय ने कहा वह भारत को जातिमुक्त बनाने में अपना पूरा योगदान देना चाहते है इसलिए आज वह कुछ समय के लिए यूथ फॉर इक्वलिटी का साथ देने आये हैं।

मौके पर मौजूद संगठन के अध्यक्ष डॉ कौशल जी ने कहा कि ऐसा ही प्रदर्शन आज देश भर में हो रहा है जोकि अपने आप में गैरराजनैतिक प्रदर्शन है।

“अरे जाति की टूटी कलाई, YFE आई YFE आई” के नारो से गूंज उठा मैदान

मौके पर मौजूद लोगो ने इसी नारे के साथ पूरे प्रशासन की नाक में दम कर दिया। बार-बार मना करने पर भी मौजूद छात्रों ने लोगो का मनोबल बनाये रखने के लिए भारत माता की जय के भी नारे लगाए।





वहीं पुलिस द्वारा काफी मशक्क्त के बाद भी प्रदर्शनकारी टस से मस होने के लिए भी तैयार नहीं थे परन्तु करीब 3 से चार घंटे बाद प्रशासन से बातचीत के बाद व राष्ट्रपति को ज्ञापन सौपने की शर्त पर प्रदर्शनकारियों ने स्थल को खाली कर दिया जिसके बाद प्रशासन ने कही जाकर राहत की सांस ली।

“ये अन्दर मोमबत्ती कैसे पहुंची …?”
सभी लोगों के हाथ में जलती हुयी मोमबत्ती देखकर पुलिस वाले इसी उलझन में पड़े रहे कि आखिर इतनी टाइट सुरक्षा के बीच में भी मोमबत्ती इतनी बड़ी तादाद में अंदर पहुंची तो पहुंची कैसे।