बेगूसराय: बिहार की राजनीति दिन ब दिन काफी तीखी होती जा रही है। चंद दिन पहले बेगूसराय की जनता को सम्बोधित करते हुए गिरिराज जी ने मुसलमानो की देशभक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा था की अगर उन्हें कब्र के लिए तीन हाथ की जमीन चाहिए तो वन्दे मातरम कहना होगा।
बस इतना कहते ही नेता विपक्ष और जातिवाद पर अटकी राजनीति के मसीहा तेजस्वी यादव आग बबूला हो उठे। उन्होंने अपनी सारी मर्यादा को तार तार करते हुए गिरिराज को देश से बाहर व खुद को मूलनिवासी बता डाला।
मूलनिवासी का कॉपीराइट लिए घूम रहे तेजस्वी यादव ने दो पांच करते हुए नितीश को भी आड़े हाथो लिया और कहा कि “गांधी जी के नाम पर विषराज सिंह के लिए वोट माँग नीतीश कुमार बहुत बड़ा सामाजिक पाप कर रहे है। पता नहीं किस मुँह से वो अब गांधी जी का नाम लेंगे? शर्म करो चाचा..शर्म”।
नेता विपक्ष ने गिरिराज के बहाने सवर्णो पर कई तीखे वार कर दिए। पिछडो व दलितों के इर्द गिर्द घूमती आरजेडी कि राजनीति की रुपरेखा एक दम स्पष्ट कर चुके लालू पुत्र ने इससे पहले किसी भी ब्राह्मण व बनिए को टिकट न देकर अपना मैदान तैयार कर लिया था।
आगे तेजस्वी ने कहा की जनता को उन्हें वापस बाहर भेज देना चाहिए.
ऐई गिरगिटराज! जमींदारी के दिन लद गए पर तुम्हारी जमींदारी नहीं गई!
तुम्हारे बाप का ज़मीन है ये?
दलित, पिछड़ा, आदिवासी, अल्पसंख्यक को पाकिस्तान जाने कहता है! 90 के पहले वाला बंधुआ समझे हो?
अरे हम मूलनिवासी हैं! तुम जाओ पाकिस्तान! pic.twitter.com/OTnNZkCG8B
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) April 26, 2019
वीडियो में साफ़ झलक रहा है की तेजस्वी यादव उच्च वर्ग पर निशाना साधते हुए उन्हें देश से बाहर का बता रहे है व बिना सर पैर की गणित बैठा कर मूलनिवासी का कांसेप्ट चुनावो पर लगा कर जीत सुनिश्चित करने में जुटे हुए है।
लम्बे समय से तेजस्वी यादव सवर्णो के खिलाफ कुछ न कुछ टिप्पणी करते हुए पाए गए है जिसका बड़ा वाला उदाहरण उनकी आज की रैली में देखने को मिला।
आपको बता दे की बिहार में महागठबंधन ने इस बार किसी भी ब्राह्मण व बनिए को टिकट नहीं दिया है जिसमे कांग्रेस भी शामिल है।
वही आरजेडी मुखिया के पुत्र ने हाल ही में आये 10 फीसदी सवर्णो के आरक्षण का खुल कर विरोध भी किया था।