मोदी सरकार के समर्थन में उतरे आध्यात्मिक गुरु, बोले- वक़्त CAA के साथ खड़े होने का है, आश्रमों में बैठने का नहीं !

नईदिल्ली : सद्गुरु, देवकीनंदन के बाद दीपांकर स्वामी जैसे आध्यात्मिक गुरुओं नें CAA पर सरकार के समर्थन में मोर्चा खोल दिया है।

CAA को लेकर बवाल अभी भी जारी है इसी इसके समर्थक और विरोधी खुलकर अपना समर्थन या विरोध भी जता रहे हैं।

वहीं अब आध्यात्म की दुनिया से भी इसके समर्थन में कई लोग आ रहे हैं सबसे पहले सद्गुरु उसके बाद देवकीनंदन तो अब स्वामी दीपांकर ने भी इसका समर्थन कर दिया है।
CAA Supporter Swami Dipankar
स्वामी दीपंकर ने हाल ही में कई मीडिया चैनलों में उन्होंने विरोध प्रदर्शन के दौरान पटना में फुलवारी शरीफ के मंदिर तोड़े जाने का मुद्दा बड़े जोर शोर से उठाया उन्होंने कहा कि “यह बिल तो संसद में पास किया लोकसभा राज्यसभा में लेकिन मेरे हिंदुओं के मंदिर को क्यों तोड़ा गया क्या !हनुमान जी ने मंदिर पास किया था ?”

वह इसी को लेकर उन्होंने हुए हिंसक प्रदर्शनों का भी मुद्दा उठाया उन्होंने कहा कि “राम मंदिर के खुशी में हमने एक दिया तक नहीं जलाया राम मंदिर लेकिन इन्होंने CAA के विरोध में पूरा देश जला दिया।”

आगे स्वामी दीपांकर नें देशवासियों से इस बिल के समर्थन में लोगों को एकत्रित होने के लिए कहा। बोले “आज वक़्त “CAA” साथ खड़े होने का है, आश्रमों में बैठने का नहीं ।”

आगे उन्होंने रोहिंग्या मुद्दे पर कहा कि “ये आंदोलन है किसके लिए बांग्लादेशी के लिए, रोहिंग्या के लिए, घुसपैठियों के लिए, आख़िर किसके लिए।”

Swami Dipankar With Sadhus

हिंसा को लेकर स्वामी बोले “अभी तक CAA के नाम पर सड़क पर हिंसा दिख रही थी, अब TV पर वैचारिक हिंसा दिख रही है आखिरकार हिंदुओं के हक़ पर हिंदुस्तान में हाहाकार क्यों…हिन्दू होना गुनाह है।”

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