जातिगत आरक्षण को लेकर डीयू छात्र संघ चुनाव में कूद रही है SUYE, जानिए क्या है SUYE

डीयू में हुए हाल ही के चुनावो में नोटा को सबसे अधिक वोट पड़े थे जिसके बाद से इस नए नवेले छात्र संघ का जोश सातवे आसमान पर है।

नई दिल्ली : जातिगत आरक्षण को लेकर न जाने कितने सालो से विरोध प्रदर्शन चलते आ रहे है परन्तु आज तक कभी इन मुद्दे को लेकर चुनाव नहीं लड़े गए थे। परन्तु केंद्र सरकार द्वारा एससी एसटी एक्ट पर लाये गए संशोधन के बाद से कई नई पार्टिया उभर कर निकली है जो इस बार कई राज्यों में इन्ही मुद्दों को साथ लेकर चुनाव लड़ने की रणनीति बना रही है।

उसी कड़ी में एक नया छात्र संघ “स्टूडनेट यूनियन युथ फॉर इक्वलिटी”(SUYE) निकल कर सामने आया है जो दिल्ली विश्वविद्यालय में काफी हद तक पॉपुलर भी हो चूका है। SUYE “युथ फॉर इक्वलिटी” नाम की जातिगत आरक्षण विरोधी एक संस्था का छात्र संगठन है जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ कौशल कांत मिश्रा जी है।

DR. KAUSHAL KANT MISHRA

कौशल कांत जी आये दिन मीडिया डिबेट में दिखते रहते है जो काफी लम्बे अरसे से इन मुद्दों पर आवाज उठाते आये है। हाल ही में ये संगठन काफी सुर्खियों में भी बना हुआ था जब इस छात्र संगठन के तीन छात्रो को विश्विद्यालय द्वारा बाहर निकाल दिया गया था।

वहीं निकाले गए छात्रों ने आरोप लगाया था की जातिगत आरक्षण विरोधी आंदोलन को मुखरता से आगे बढ़ाने के चलते उन्हें बाहर किया गया है जिसके बाद छात्रों ने हाई कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है।

दरअसल SUYE 2019 में होने वाले छात्र संघ के चुनावो में सरकार की जातिगत नीतियों, कॉलेजेस में जातिगत आधार पर दिए जाने वाली छात्रवृत्ति व अन्य कई मुद्दों पर चुनाव में उतरने की योजना बना रहा है जिसके लिए संगठन ने कॉलेज-कॉलेज छात्र जोड़ो मुहीम भी छेड़ रखी है।

 

SUYE के अध्यक्ष शुभम शर्मा के अनुसार “हमारे संगठन से करीब 45 से भी अधिक कॉलेजेस जुड़ चुके है व बाकि के कुछ कॉलेज भी जल्द जुड़ जायेंगे जिसके बाद संगठन संभावित उमीदवारो की लिस्ट तीन से चार महीने पहले ही सभी पदों के लिए घोषित कर देगा व भारी मतों से जीत भी हासिल करेगा”

आपको हम बताते चले की डीयू में हुए हाल ही के चुनावो में नोटा को सबसे अधिक वोट पड़े थे जिसके बाद से इस नए नवेले छात्र संघ का जोश सातवे आसमान पर है।