इंदौर (MP) : करणी सेना की आरक्षण विरोधी रैली में पहली बार लाखों क्षत्राणियों नें भी मोर्चा खोल दिया।
आरक्षण को आर्थिक आधार पर करने एट्रोसिटी एक्ट को खत्म करने के लिए करणी सेना ने रविवार 15 सितंबर को अहिल्या नगरी इंदौर में महारैली का आयोजन किया जिसमें कई लाखों की तादात में करणी सेना के कार्यकर्ता पहुंचे ।
इस दौरान करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह कटार ने कहा कि “प्रदेश की महिला की नगरी में लाखों लोग अकेले राजपूत समाज से नहीं बल्कि 36 कौम के लोग हैं, राजपूतों का दायित्व है कि सभी को उनकी रक्षा करें जो कि हम कर रहे हैं ।”
राज सिंह शेखावत ने कहा कि “यह ऐतिहासिक रैली है जिसमें सभी धर्म संप्रदाय और वर्ग के लोग लोगों ने एक साथ सिटी एक्ट के खिलाफत की है” ।
इंदौर जिला अध्यक्ष ऋषिराज सिसोदिया ने कहा कि “विकास के नाम पर 562 ने भारत को एक करने के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया तो फिर यह एट्रोसिटी एक्ट क्यों लगाया जा रहा है ?”
फलाना दिखाना की टीम नें रैली में मौजूद लोगों ने इस बारे में संपर्क किया तो लोगों नें बताया कि “ये मोदी-राहुल या भाजपा-कांग्रेस की रैली नहीं थी जिसमें लोग अपने अधिकारों के लिए दूर-दूर के राज्यों से महारैली में आरक्षण के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने अहिल्या नगरी इंदौर पहुंचे ।”
Karni Sena Reservation Movement Indore, 15 Sep 2019
इस रैली की भीड़ के बारे में लोगों ने बताया कि “कुछ घण्टों के लिए लगा कि इंदौर करणी सेनामय हो गया, आसमां में बुलंद नारों का हल्ला बोल रहा था ।”
आपको बता दें कि इस रैली में आरक्षण के आंदोलनों में इतनी भीड़ कभी नहीं देखी गई एक अनुमान के मुताबिक लगभग 10 लाख लोग इकट्ठा हुए थे जिसमें पहली बार लाखों की संख्या में क्षत्राणियों नें पारंपरिक भेषभूषा में इस रैली में भाग लिया और मंचों पर जयघोष के नारे बुलंद करती रहीं ।
इस रैली में प्रदेश के अलग-अलग शहरों से पारंपरिक वेशभूषा महिलाएं भी पहुंची उनके साथ में युवतियां भी 6 किलोमीटर तक का कारवां तय किया प्रदेश के अलग-अलग शहरों के अलावा गुजरात राजस्थान महाराष्ट्र के जिलों सहित रतलाम मंदसौर धार झाबुआ उज्जैन भोपाल खंडवा के राजपूत समाज के अलावा कई अन्य समाजों के लोग जुटे ।
रैली निरंजनपुर स्थित न्यू लोहा मंडी से शुरू हुई और चिमन बाग इंदौर में खत्म हुई, शाम 6:00 बजे कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया इस मौके पर करणी सेना के सभी महत्वपूर्ण पदाधिकारी भी मौजूद रहे ।