“माई का लाल” कभी गलत संदर्भ में नहीं कहा : शिवराज सिंह चौहान

आप की अदालत में एट्रोसिटी एक्ट पर उठाए गए सवाल, सीएम नें कहा " बिना जांच गिरफ्तारी नहीं "

एमपी (भोपाल) : एमपी में इस बार के विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान जहां चौके की तलाश में है वहीं कांग्रेस बाउंस बैक करने के लिए ताल ठोक रही है । लेकिन शिवराज सरकार के लिए सत्ता में आने के लिए कई चुनौतियां भी है जैसे तीन बार की एंटी इनकंबेंसी, किसान आंदोलन, एट्रोसिटी एक्ट व आरक्षण जैसे मुद्दे । फिर भी देखना होगा कि कौन सी पार्टी इस बार के रण में बाजी मारेगी |

आप की अदालत में एट्रोसिटी एक्ट पर उठा सवाल :
मध्यप्रदेश सूबे के मुखिया को लगातार एट्रोसिटी एक्ट का विरोध झेलना पड़ा है । ऐसे ही एक सवाल इंडिया टीवी के बेहद लोकप्रिय प्रोग्राम “आप की अदालत” में “चुनाव मंच” नामक विशेष कार्यक्रम में पूछा गया । एक दर्शक ने पूछा कि ” एक्ट को लेकर ‘माई के लाल’ वाला बयान आया था उसे लेकर सवर्ण नाराज हैं तो इससे निपटने के लिए आपके पास क्या प्लान है ? जिससे सवर्ण संतुष्ट और खुश हो जाएं । “
श्री चौहान ने इसका जवाब भी अपने ही चिरपरिचित अंदाज में दिया और उन्होंने कहा कि “सबका साथ-सबका विकास पार्टी का मूल मंत्र है । और मैंने ‘माई के लाल’ शब्द का इस्तेमाल गलत संदर्भ में कभी नहीं किया । “
बिना जांच गिरफ्तारी नहीं : एमपी सीएम
देश के मशहूर पत्रकारों में से एक रजत शर्मा नें भी शिवराज सिंह से इसी तरह एक सवाल पूछा इसके जवाब में सीएम ने कहा कि ” मैंने पहले भी घोषणा की थी कि इसमें बिना जांच गिरफ्तारी नहीं होगी और अभी भी ये बात ताल ठोंककर कह रहा हूं । “
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इसके आगे भी उन्होंने कहा कि ” इस एक्ट में भी ये बात निहित है कि अगर जरूरत हो तो गिरफ्तारी के पहले जांच होनी चाहिए । “