सिंध (पाकिस्तान): पाकिस्तान में लगातार मुस्लिमों द्वारा हिंदू मंदिरों पर हमले जारी हैं।
पड़ोसी देश पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं व उनके धार्मिक स्थलों पर क्रूरता की घटनाएं अब आम बात हो गई हैं। ताजा मामला है सिंध प्रांत का जहां बाडिन जिले के करियो घनवार इलाके में शनिवार को एक हिंदू मंदिर में बर्बर तोड़फोड़ की गई।
जानकरी के अनुसार, इलाके के मुसलमानों के एक समूह ने हिंदू मंदिर पर हमला किया और हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ बर्बरता की। सूत्रों ने बताया कि कारियो घनवार इलाके के हिंदू समुदाय, जिसकी कोहली हिंदू समुदाय की आबादी है, घटना के बाद घबरा गया था।
इस्लामिक संगठन का हाथ:
एक स्थानीय हिंदू अशोक कुमार ने कथित तौर पर मोहम्मद इस्माइल के खिलाफ एक पुलिस शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि इस्माइल ने अपने साथियों के साथ मंदिर को अपवित्र किया और हिंदू समुदाय को धमकी दी। पाकिस्तान में दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक समूह होने के बावजूद, हिंदू हमेशा एक कट्टरपंथी और इस्लामवादी कट्टरपंथियों के प्रति संवेदनशील और आसान निशाने पर रहे हैं।
पुजारी को धमकियां:
पाकिस्तान में मानवाधिकार के लिए कार्य कर रहे एक्टिविस्ट ने बताया कि राम पीर मंदिर बदिन, सिंध के पास करियो घनवार में बर्बरता की गई। इस्माइल शीदी ने देवताओं की मूर्तियों को उजाड़ दिया और पुजारी को जान से मारने की धमकी दी। यहां ज्यादातर उत्पीड़ित लोग पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिन्दू हैं।
बाबरी विध्वंस के बाद बढ़े हमले:
अतीत में, पाकिस्तान में कई हिंदू मंदिरों पर हमला किया गया और ध्वस्त किया गया, खासकर भारत में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद से। हाल ही में, पाकिस्तान में एक इस्लामी समूह ने इस्लामाबाद में एक हिंदू मंदिर के निर्माण को रोकने के लिए अपने ‘प्रभाव’ का इस्तेमाल किया था। यहां तक कि इस्लामी संगठन के प्रमुख जमात उलेमा इस्लाम- फ़ज़ल ने इस मामले को शरिया अदालत में ले जाने की धमकी दी थी। सूत्रों ने बताया कि पुलिस सिंध के एक कट्टरपंथी इस्लामी समूह के समर्थन के कारण दोषियों को बचाने के लिए जांच की रेखा को मोड़ने की भी कोशिश कर रही है।