तेज तर्रार व गैर राजनीतिक छवि के कारण रिषी शुक्ला बने हैं नए CBI डायरेक्टर

शनिवार को PM की अध्यक्षता में 5 लोगों की समिति की बैठक में 1983 बैच के IPS ऋषि कुमार शुक्ला को CBI चीफ बनाने में CGI रंजन गोगोई व कांग्रेसी खड़गे भी थे

नईदिल्ली : मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार द्वारा DGP पद से हटाए जाने के चौथे दिन केंद्र की मोदी सरकार ने 1983 बैच के IPS अधिकारी ऋषि कुमार शुक्ला को CBI चीफ बनाया है |

MP के ग्वालियर जिले में जन्में थे नए CBI चीफ :

ऋषि कुमार शुक्ला का जन्म 23 अगस्त 1960 में एमपी के ग्वालियर में हुआ था। ग्रेजुएशन करने के बाद पुलिस सेवा का प्रशिक्षण लेने के बाद शुक्ला की पहली पद स्थापना 1985 में रायपुर जिले में CSP के रूप में  हुआ था।

CBI डायरेक्टर के चयन के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 5 लोगों की समिति की बैठक में कोई फैसला नहीं हो पाया था, लेकिन शनिवार को आखिरकार चयन समिति ने पूरी तरह से गैरराजनैतिक IPS ऋषि कुमार शुक्ला के नाम पर बात बन ही गई। इस बैठक में मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई के साथ नेता प्रतिपक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे भी शामिल हुए थे।

NSA अजीत डोभाल के करीबी हैं CBI चीफ़ :

ऋषि कुमार शुक्ला एक तेज तर्रार, निर्विवाद व साफ सुथरी छवि वाले अधिकारी हैं। उनके कार्यकाल में अब तक उनपर कोई गंभीर आरोप नहीं लगा है। भोपाल में हुए सिमी एनकाउंटर मामले में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

हालिया घटनाक्रम में कांग्रेस की सोशल मीडिया के लिए काम करने वाले अभिषेक मिश्रा की गिरफ्तारी को लेकर भी उन्होंने दिल्ली पुलिस के अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने से साफ मना कर दिया था।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यानी NSA अजीत डोभाल के करीबी समर्थक भी माने जाते हैं। साथ ही IB में उन्हें करीब 5 साल तक काम करने का अनुभव भी है।