22 साल बाद RJD नें ‘सवर्ण’ नेता को बनाया पार्टी अध्यक्ष !

पटना (बिहार) : विधानसभा चुनाव से पहले RJD नें 22 सालों के पार्टी के इतिहास में पहला सवर्ण अध्यक्ष बनाया है ।

बिहार में RJD नें अपने पार्टी संरचना में बड़ा बदलाव किया है, ये बदलाव राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा को नजर में रखते हुए किया गया है | कल पार्टी नें बिहार प्रदेशाध्यक्ष की कमान वरिष्ठ नेता जगदानंद के हांथों में सौप दी।

कैमूर जिले से आने वाले जगदानन्द हाल ही में हुए चुनाव में अकेले उम्मीदवार थे | इस तरह से जगदानन्द निर्विरोध बिहार RJD अध्यक्ष हैं  आपको बता दें कि वो पूर्व में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं |

कल पार्टी नें राज्य परिषद की बैठक  में पटना के विद्यापति भवन में उनका सम्मान किया गया तदोपरान्त RJD निर्वाचन पदाधिकारी तनवीर हशन नें वरिष्ठ नेता को बिहार की कमान भी  सौपी |

अब वो RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद से मिलने के लिए 28 नवंबर को रांची का दौरा भी करेंगे |

उधर RJD की विरोधी व JDU की साथी भाजपा नें जगदानन्द की नियुक्ति को सवर्णों के वोटबैंक को बटोरने के लिए चाल करार किया है जिसे लालू की पार्टी नें 22 सालों में दरकिनार किया |

बिहार भाजपा नेता व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी नें कहा कि “लालू प्रसाद ने 22 साल तक सवर्ण समाज के किसी व्यक्ति को बिहार प्रदेश राजद की कमान नहीं सौंपी। विधानसभा और लोकसभा के लिए टिकट देने में भी केवल दो समुदायों को तरजीह मिलती रही।”

Sushil Modi & Nitish Kumar

“हाल के लोकसभा चुनाव में पार्टी का सूपड़ा साफ के बाद ऊंची जाति के एक व्यक्ति को जब मजबूरी में प्रदेश बनाया भी गया तो तब पार्टी नें उनका फ़ीका स्वागत किया | औपचारिक घोषणा के समय केवल वही युवराज मौजूद थे, जिन्हें (तेजप्रताप) पावर वार में दरकिनार किया जा चुका है |”

सुशील मोदी की  बातों पर तथ्यात्मक जाएँ तो जगदानन्द 22 साल के RJD इतिहास में पहले सवर्ण अध्यक्ष हैं |

जुलाई 1997 में बनीं RJD में प्रदेश अध्यक्ष की कमान तीन महादलित कमल पासवान, उदय नारायण चौधरी और पीताम्बर पासवान, एक पिछड़ा वर्ग से रामचन्द्र पूर्वे व एक अल्पसंख्यक अब्दुल बारी सिद्दीकी |

RJD

आपको बता दें कि RJD के ज्यादातर विरोधी इसे सवर्ण विरोधी बताते हैं जिसे RJD लोकसभा चुनाव में ख़ुद भुगत भी चुकी है जब उसने संसद में अकेले सवर्ण आरक्षण का विरोध किया था | जिसके बाद  पार्टी उपाध्यक्ष रघुवंश प्रताप सिंह नें एक बयान में कहा सवर्ण आरक्षण का विरोध पार्टी को ले डूबा |

RJD Leader RP Singh on EWS at ABP NEWS

इसके अलावा पार्टी के ट्विटर हैंडल से भी सवर्ण जाती के लिए कई आपत्तिजनक ट्वीट लिखे जाते रहे हैं |

हालाँकि बिहार में सवर्णों का प्रभुत्व मायने रखता है और यही कारण है कि RJD चुनाव में सभी वर्गों को साथ में लेने के लिए सभी पांसे फ़ेक रही है |