RJD नें डॉक्टरों को बताया सवर्ण व मारे गए 200 बच्चों को दलित, मचा बवाल

देश भर को इस मुद्दे पर भी बाटने के कार्य पर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने भी तेजस्वी को आड़े हाथो लेते हुए उन्हें अपना राजनीतिक सलाहकार बदलने की नसीहत दे डाली।

पटना: लोकसभा चुनावो में खाता भी न खोल सकी RJD एक बार फिर जातीय द्वेष में लिपट कर रहने के मूड में है। 2019 लोकसभा चुनावो में RJD द्वारा मंडल कमंडल की राजनीति के रथ पर लड़े गए युद्ध का अंजर-पंजर निकाल कर जनता ने उन्हें पकड़ा दिया है परन्तु फिर भी लालू पुत्र सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।

बंगाल में हुए डॉक्टर पर जानलेवा हमले के विरोध में जहाँ देश भर के डॉक्टर एक साथ सरकार से न्याय व सुरक्षा की मांग कर रहे है तो वही लालू पुत्र इसे भी सवर्ण बनाम दलित बनाने में जुट गए है।

तेजस्वी की पार्टी RJD ने कल ट्वीट कर लिखा “देश में एक-दो सवर्ण डॉक्टरों की महज पिटाई के बाद तो देश भर के डॉक्टरों ने देश की सरकारों और जनता को औकात दिखा दिया।

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मीडिया ने हाय-तौबा मचा दी लेकिन 200 दलित-पिछड़े ग़रीब बच्चों के मारे जाने के बाद अधिकांश सन्नाटा है क्योंकि बाक़ी सब सही सलामत है। अन्यथा ये लोग कोहराम मचा देते।”


देश भर को इस मुद्दे पर भी बाटने के कार्य पर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने भी तेजस्वी को आड़े हाथो लेते हुए उन्हें अपना राजनीती सलाहकार बदलने की नसीहत दे डाली।

ट्वीटर पर शशांक शेखर लिखते है की RJD व उसके कार्यकर्ता सुधरने से परे है वही जानी मानी पत्रकार व CNN की पोलिटिकल एडिटर मार्या शकील लिखती है कि “RJD द्वारा बिहार में मृत बच्चो कि जात को कि गई राजनीती बेहद शर्मनाक है। क्या बच्चो कि जान जाति से बड़ी चीज है?”