बच्चों की मौत में जाति ढूढ़ने वाली पार्टी पे RJ रौनक का हमला- ‘शुक्र है मौत आरक्षित कोटे से नहीं आती…!’

मशहूर रेडियो जाकी और बउआ के नाम से प्रसिद्ध रौनक नें बिहार में चमकी बुखार से बच्चों की मौत पर जातिवादी सियासत पर तीखी प्रतिक्रिया दी है

नईदिल्ली : बउआ के नाम से मशहूर RJ रौनक नें बच्चों की मौत पर अगड़ा-पिछड़ा करने वालों पर हमला करते हुए कहा कि “जाति का पांव हाथी के पांव से भी ज्यादा भारी है” |

जैसा कि सबको पता है कि बिहार में चमकी बुखार नें हमारे 100 से ज्यादा चाँद के टुकड़ों को निगल लिया और शासन प्रशासन और हमारे सिस्टम के निकम्मेपन का परिणाम ही है कि सरकारी अस्पतालों में बच्चे देखते देखते अपनी जिंदगी से हाथ धो रहे हैं यहाँ तक कि नेताओं के सामने भी कुछ बच्चों की मौत हो चुकी है |

उधर बिहार में स्वास्थ मंत्रालय का जिम्मा संभालने वाले महेंद्र पाण्डेय नें तो तब हद ही पार कर दी जब बच्चों की लगातार हो रही मौत पर मीटिंग चल रही थी और उसी समय वो मैच का स्कोर पूछने लगे |

वहीं हमेशा की तरह कुछ पार्टियां व नेता लाश पर सियासी रोटियाँ भी सेंकते हैं और बड़े दुःख के साथ के कहना पड़ रहा है कि बिहार के इस बेहद संवेदनशील मुद्दे पर जाति भी ढूढ़ने की कोशिश करी गई जिसकी लोगों नें खूब भर्त्सना की |

आपको याद दिला दें कि बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी RJD नें 16 जून को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया था जिसमें कहा गया था कि “देश में एक-दो सवर्ण डॉक्टरों की महज पिटाई के बाद तो देश भर के डॉक्टरों ने देश की सरकारों और जनता को औकात दिखा दिया ।

मीडिया ने हाय-तौबा मचा दी लेकिन 200 दलित-पिछड़े ग़रीब बच्चों के मारे जाने के बाद अधिकांश सन्नाटा है क्योंकि बाक़ी सब सही सलामत है। अन्यथा ये लोग कोहराम मचा देते ।”

हालांकि RJD के इस ट्वीट पर यूजर्स भी भड़के और उन्होंने ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर जातिवादी राजनीति करने के लिए पार्टी के चुनावी प्रदर्शन को भी याद दिलाते हुए ये तक कहा कि जातिवादी राजनीति करते करते शून्य पर तो आ गए लेकिन अब इसके बाद माइनस में जाना है क्या ?

वहीं बच्चों की मौत पर जातिवाद और घृणा फ़ैलाने वालों को मशहूर रेडियो जाकी और यूट्यूबर रौनक उर्फ़ बउआ नें तीखा हमला किया | उन्होंने कहा कि “हमारे यहाँ हाथी के पांव से अधिक भारी जाति का पांव है और 70 साल से ऐसे जकड़ा हुआ है कि उसे कोई हिला तक नहीं पा रहा |”

इसके आगे उन्होंने कहा कि “बिहार में बच्चों की मौत पर भी जाति का खेल खेला जा रहा है और इसे अगड़े-पिछड़े की लड़ाई में यादव-दलित भी किया जा रहा है |”

इसके आगे कहा कि “हमारे यहाँ नेता जी बांटने पर आ जाएं तो सूरज चाँद तक बाँट दें जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी | इनको तो शुक्र मनाना चाहिए कि मौत आरक्षित कोटे से नहीं आती वरना अब तक कितने नप चुके होते |”

आपको बता दें कि उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया में लोग काफ़ी ज्यादा सराह रहे हैं | एक यूजर दिवाकर म्हासकी नें यहाँ तक कह दिया कि “जो काम पत्रकार को करना चाहिए (जनता को सच दिखाना) वो RJ रौनक कर रहा है | और जो काम एक RJ को करना चाहिए (मनोरंजन) वो सारे पत्रकार बन्धु कर रहे हैं |”

यूजर मकड़ी मानव कहते हैं “नेताओं को ये बातें कड़वी लगेंगी, कारण क्योंकि इसमें सच के अलावा और कुछ नहीं है |”

यूजर विनय तिवारी लिखते हैं “आपका ये वीडियो उन सभी नेताओं पे सिर्फ़ एक थप्पड़ है | ठोकते रहिए ऐसे ही शायद दिमाग खुले |”

ऐसे ही सोशल मीडिया में हजारों लोगों नें ठीक इसी तरीके की टिप्पणी की है और रौनक के इस वीडियो संदेश की खूब प्रशंसा की है |