नईदिल्ली : TV पत्रकार ऋचा अनिरुद्ध बोलीं आरक्षण का लाभ जरूरतमंदों को ही मिलना चाहिए न कि अनावश्यक लोगों को।
आरक्षण पर अक्सर बहस चलती ही रहती है चाहे वो पक्ष में हो या विपक्ष में ।
इसी दौरान आरक्षण की तरह इसके दूसरे रूप यानी सब्सिडी पर बहस छिड़ी है। ये बहस JNU में बढ़ी हुई फ़ीस को लेकर है।
JNU प्रशासन नें ये कहते हुए फ़ीस बढ़ाने की घोषणा की है कि पिछले 10 सालों से फ़ीस नहीं बढ़ी है। जबकि प्रदर्शनकारी छात्र कह रहे हैं कि ग़रीबों के पढ़ने का हक़ छीना जा रहा है।
इसी बीच बहस ये भी उठी कि JNU में गरीबों को तो सब्सिडी मिलनीचाहिए पर उनके लिए सब्सिडी क्यों जो अमीर परिवारों से आते हैं और वो भी महीनें की 10 रुपए हॉस्टल फ़ीस ही देते हैं।
ऐसे में बड़े मीडिया वाले लोग भी सब्सिडी व आरक्षण पर चर्चा बहस कर रहे हैं। ऐसी ही एक बहस मशहूर महिला TV पत्रकार व एंकर ऋचा अनिरुद्ध नें छेड़ी है।
Subsidy,Reservation,or any other such privilege should ONLY be given to POOR, UNDERPRIVILEGED..If my daughter ever studied at JNU,why should she stay for Rs 10/- when her parents can afford to pay Rs 300/-? Give subsidy to children frm BPL fmlies ONLY! #JNUFreebies #JNUHostelRent
— richa anirudh (@richaanirudh) November 12, 2019
ऋचा नें JNU फ़ीस सब्सिडी मामले आरक्षण पर भी सवाल खड़ा कर दिया, उन्होंने कहा कि आरक्षण या सब्सिडी जैसी चीज़ें सिर्फ गरीबों को देना चाहिए और इसका अनावश्यक उपयोग न हो।
ऋचा कहती हैं “हमेशा से देश के गरीब, ज़रूरतमंदों के बच्चों को शिक्षा की हर सुविधा बिल्कुल मुफ़्त देनी चाहिए।”
आगे ऋचा नें कहा “जो ज़रूरतमंद, गरीब नहीं हैं उन्हें आरक्षण/सब्सिडी के नाम पर किसी भी सुविधा का नाजायज़ इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।”
मेरा इतना कहना है हमेशा से-देश के गरीब,ज़रूरतमंदों के बच्चों को शिक्षा की हर सुविधा बिलकुल मुफ्त मिलनी चाहिए।लेकिन जो ज़रूरतमंद,गरीब नहीं हैं उन्हें आरक्षण/सब्सिडी के नाम पर किसी भी सुविधा का नाजायज़ इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।जेएनयू या कहीं भी सिर्फ गरीब छात्रों को सब्सिडी मिले?? https://t.co/aZdUkR78as
— richa anirudh (@richaanirudh) November 12, 2019
और कहा कि “जेएनयू या कहीं भी सिर्फ गरीब छात्रों को सब्सिडी मिले।”