केरल(तिरुवनंतपुरम) : देश में संसद, शिक्षा और नौकरियों के बाद मंदिरो में पुजारियों के पद भी अब आरक्षित कर दिए गए है । देश भर में अभी तक पुजारी सिर्फ ब्राह्मण समुदाय के लोग ही बनते आये थे परन्तु अब देश के कई मंदिरो में गैर ब्राह्मण समुदाय से भी पुजारी बनाये जाने लगे है।
मामला केरल का है जहा पर मंदिरो में आरक्षण के आधार पर पुजारियों की भर्तियां हुई है जिसमे से कुल 62 पुजारियों में से 32 गैर ब्राह्मण भर्ती हुए है।
लोकसेवा आयोग की तर्ज पर हुई इस भर्ती में लिखित परीक्षा के साथ साक्षात्कार भी लिया गया जिसका आयोजन केरल देवसाम भर्ती बोर्ड की तरफ से किया गया था।
हम आपको बताते चले की केरल के कुल 1,248 मंदिरो का संचालन व रखरखाव इसी बोर्ड के अंतर्गत होता है। भर्ती हुए इन पुजारियों को त्रावणकोर देवसाम बोर्ड के संचालन वाले मंदिरो में नियुक्त किया जायेगा जिसके अंतर्गत मशहूर अयप्पा मंदिर भी आता है।
फलाना दिखाना से बात करने पर बोर्ड के प्रमुख राजगोपालन ने बताया की “यह पहला मौका है जब हमने पिछड़े तबको से आने वाले युवको को आरक्षण के आधार पर पुजारी नियुक्त किया है”
आगे बात करने पर उन्होंने हमें बताया की पहले भी हमने पिछड़े वर्ग से पुजारी भर्ती किये थे परन्तु तब उन्होंने मेरिट के तहत अपनी जगह बनाई थी।