पिछड़ों में आरक्षण नहीं बाँटा, तो योगी के मंत्री आज दे सकते हैं इस्तीफा

ओमप्रकाश राजभर की मांग थी कि पिछड़ो के अंदर आरक्षण "पिछड़ा, अति पिछड़ा और बहुत ज्यादा पिछड़ा" के फॉर्मूला पर बाँटा जाये।

नई दिल्ली :- बीजेपी के लिए इस समय कुछ भी सही नहीं जा रहा है, एक तरफ जहाँ उसका परंपरागत सवर्ण वोटर नोटा दबाने की बात कर रहा है, वहीँ दूसरी तरफ उनके दलित नेता भी पार्टी के विरुद्ध बयान दे रहे हैं। बीजेपी की सावित्री बाई फुले जैसे दलित नेता पार्टी के खिलाफ बयान दे रहे हैं। सावित्री बाई फुले ने तो यहाँ तक कह दिया था कि “बीजेपी और आरएसएस आरक्षण को हटाना चाहती हैं”।

अब फिर एक बार आरक्षण को लेकर बीजेपी मुसीबत में आ गई है। उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारत समाज पार्टी के अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर आज मंत्री पद और बीजेपी से नाता तोड़ सकते हैं। 27 अक्टूबर यानि की आज ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारत समाज पार्टी का 16वां स्थापना दिवस है और इस मौके उन्होंने पर लखनऊ में एक बहुत बड़ी रैली आयोजित की है, जिसमे वे बीजेपी से अलग होने की घोषणा कर सकते हैं।

ओमप्रकाश राजभर ने एक हिंदी न्यूज़ चैनल को दिए बयान में कहा था कि “बीजेपी ने मुझसे पिछड़ो के लिए आरक्षण बाँटने का वादा किया था, जो कि उसने पूरा नहीं किया है इसलिए अब हमे कोई बड़ा फैसला लेना होगा”।

ओमप्रकाश राजभर की मांग थी कि पिछड़ो के अंदर आरक्षण “पिछड़ा, अति पिछड़ा और बहुत ज्यादा पिछड़ा” के फॉर्मूला पर बाँटा जाये। राजभर ने कहा कि इसे अमित शाह ने मान भी लिया था, परन्तु उन्होंने आज तक इस पर कुछ भी काम नहीं किया है।

ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि बीजेपी पिछड़ो के लिए बस चुनावी वादे करती है परन्तु ज़मीन पर उनके हितों के लिए कुछ भी नहीं करती है। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मेरे लिए पिछड़ो का हित और उनकी समस्याओं का समाधान सत्ता के सुख से ऊपर है।