नई दिल्ली : आरबीआई के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार ट्वेंटी-20 खेल रही है जबकि हम टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं ।
डिप्टी गवर्नर ने केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता का मुद्दा उठाते हुए कहां की वर्तमान समय में रिजर्व बैंक को और अधिक स्वायत्तता देने की जरूरत है अगर ऐसा नहीं किया गया तो बैंकिंग सेक्टर चरमरा सकती है ।
आचार्य ने कहा कि अगर सरकार केंद्रीय बैंकों की आजादी को प्रभावित करती है तो निश्चित तौर पर बाजार और अर्थव्यवस्था इसे पूरी तरह बिगड़ सकती है।
उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब केंद्र सरकार ने देश में पेमेंट के लिए एक अलग रेगुलेटर बनाने की बात कही है जिसके लिए इंटर काउंसिलमिंस्टरीअल का गठन किया गया है
आरबीआई का कहना है कि उसके स्वतंत्रता और स्वयत्तता के खिलाफ है और भुगतान के लिए अलग-अलग एजेंसी की स्थापना से और आरबीआई के बीच में घटेगी और इससे कई तरह की समस्याएं बढ़ सकती है आचार्य ने अर्जेंटीना के संवैधानिक संकट को कहते हुए कहा कि सरकार का निर्णय T20 खेलने जैसा था इसके उलट सेंट्रल बैंक टेस्ट खेलता है और हर सेशन जीतने की कोशिश करता है
सरकारी कहीं ना कहीं चुनावी प्रक्रिया से प्रभावित होकर घोषणाएं कर देती है इसके उलट हमें सभी स्थितियों को देखते हुए फैसला लेना पड़ता है
लंबे समय से विपक्ष सरकार के ऊपर आरोप लगाती आ रही है कि सरकार संस्थाओं को खराब करने की कोशिश कर रही है ऐसे में आरबीआई गवर्नर का यह बयान विपक्ष के लिए संजीवनी का काम करेगा वह भी ऐसे समय में जिस समय सीबीआई को लेकर विपक्ष पहले से ही सरकार पर हमलावर है।