आगजनी से अनाथ 4 दलित बच्चों को राजपूतों नें 1.33 लाख व अन्न देके की मदद, बच्चे भावुक

राजस्थान : जोधपुर जिले के श्री राजपूत विकास समिति शेरगढ़ नें मेघवाल दलित समाज के 4 बच्चों की आर्थिक मदद करके सामाजिक समरसता का संदेश दिया

राजस्थान  : आग में घर और माँ खोने वाले दलित बच्चों को राजपूतों नें लाखों रुपए व गेंहू देकर जीने-खाने की एक नई उम्मीद दी है |

राजस्थान में ख़ूब चर्चा में रही एक खबर आई है जिसनें समाज में बढ़ते भाईचारे व मानवता का संदेश दिया है | हालांकि आपनें अक्सर बड़े बड़े मीडिया घरानों व दलित चिंतकों के द्वारा बातें सुनी होगी कि देश में ऊंची जातियों के लोगों द्वारा दलितों पर अत्याचार हो रहा है और इसके लिए पहले पेज में खबरें छापी जाती हैं | वहीं जब उसी समाज के लोग आपसी भाईचारा बढ़ाने वाले काम करते हैं तो कोई भी मीडिया या समाज चिंतक इनको महत्व नहीं देता है |

आपको बता दें कि जोधपुर जिले के मेघवाल दलित समाज के 4 बच्चों नें 12 मई को भीषण आग़ लग जाने से 55 वर्षीय माँ लक्ष्मीदेवी को खो दिया और इस दर्दनाक घटना में माँ के अलावा घर भी जलकर खाक हो गया | इस घटना नें 4 दलित बच्चों के सर से जिंदगी जीने की आश छीन ली क्योंकि बच्चों  के पिता बीजाराम 2 साल पहले ही गंभीर बीमारी से चल बसे थे |

इन अनाथ बच्चों की मदद के लिए जोधपुर जिले के श्री राजपूत विकास समिति शेरगढ़ नें समूह में 2 दिनों में ही 1 लाख 33 हजार रुपए व गेंहू देकर मदद किया | इस दौरान समाज के कई लोग व गाँव के सरपंच भी मौजूद रहे वहीं ऐसी मानवता देखकर अनाथ बच्चों की आँखें भावुक हो गईं |

इस खबर को लोग सोशल मीडिया में शेयर करके काफ़ी सराहा जा रहा है राजस्थान के ही रहने वाले श्रवण अराबा लिखते हैं “आपने मानवता की मिसाल कायम की है तथा आशा है कि आपका हाथ इन अनाथ बच्चों के सिर पर सदैव बना रहे।”