भोपाल (MP) : कांग्रेस सरकार द्वारा चुनावी वादा न पूरा करने को लेकर हजारों पुलिस अभ्यर्थियों नें आंदोलन शुरू कर दिया है।
मध्यप्रदेश में युवा पुलिस भर्ती को लेकर कमलनाथ सरकार के ख़िलाफ़ सड़कों पर उतर आए हैं। 14 फरवरी को राज्य के युवाओं द्वारा व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी गई।
कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने से पहले किए गए वादों को नहीं पूरा करने से MP के युवाओं में काफ़ी आक्रोश है। जिसके ख़िलाफ़ युवाओं नें शहरों में खिलाफ राजधानी भोपाल में मोर्चा खोल दिया है।
हजारों पुलिस अभ्यर्थी भोपाल के एमपी नगर में MP पुलिस की भर्ती शुरू करने व उम्रसीमा 33 से 35 किए जाने व पुलिस भर्ती निकलवाने के लिए सड़क पर उतरे।
इन युवाओं नें प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा जिसमें उल्लेख किया कि “वर्ष 2017 से कोई पुलिस भर्ती नही आने के कारण लगातार युवाओ द्वारा संघर्ष किया जा रहा है। उसी परिप्रेक्ष्य में युवाओं का 14 फरवरी को आंदोलन वृहद रूप में किया गया। इस आंदोलन में युवाओं द्वारा ज्ञापन दिया गया, व सरकार के समक्ष निम्न मांगे की गई।
1- मध्यप्रदेश पुलिस भर्ती में आयु 35 वर्ष हो।
2- भर्ती की आयु गणना 1 जनवरी 2020 से की जाए।
3- हमें 15 हजार सबइंस्पेक्टर व 15000 आरक्षक पर भर्ती दी जाए।
4- भर्ती PEB द्वारा ही की जाए।
5- हर विभाग की आयु सीमा में 2 वर्ष की वृद्धि की जाए, जैसा कि सरकार के वचनपत्र में बिंदु 8.5 में दिया गया है।
6-सेवानिवृत्त के बाद संविदा नियुक्ति न दी जाए। इससे युवाओं में अराजकता का माहौल निर्मित होगा।
आंदोलनकारी युवाओं द्वारा मध्यप्रदेश सरकार को ये चेतावनी दी गई अगर उनके लिए 1 मार्च के पहले पुलिस भर्ती नहीं निकाली गई तो वो मध्यप्रदेश के सभी युवा क्रमिक भूख हड़ताल में जाएंगे। जिसकी सारी जिम्मेदारी मध्यप्रदेश सरकार की होगी।
युवाओं द्वारा यह भी कहा गया कि 1 मार्च तक अगर भर्ती की अधिसूचना नहीं आती तो वे जिलों में मंत्रियों, विधायकों, जिला अध्यक्ष, व संगठन मंत्रियों का उनके निवास व कार्यालयों का घेराव करेंगे।