समय कि मांग है, ख़त्म हो संसदीय आरक्षण : प्रकाश आंबेडकर

"बाबा साहब ने 1952 में साफ साफ कह दिया था कि अब हमें संसदीय आरक्षण कि जरुरत नहीं रह गयी है अब उसे समाप्त कर दिया जाये परन्तु उसे समाप्त करने के बजाये नेता आज सर्विस में मिलने वाले आरक्षण को समाप्त करने में लगे हुए है"।

मध्य प्रदेश(इंदौर) : जातिगत आरक्षण को लेकर देश भर में आये दिन नई नई बहस देखने को मिलती रहती है जहाँ एक तरफ सामान्य वर्ग इसका पुरजोर विरोध करता है वही दूसरी ओर आरक्षित वर्ग इसको छोड़ने को तैयार नहीं है।

इंदौर में आयोजित कि गई एक महासभा में भारत रत्न बाबा साहब आंबेडकर जी के पोते प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि “अब वक़्त आ गया है कि राजनितिक आरक्षण को पूर्ण रूप से समाप्त कर दिया जाये”।

प्रकाश आंबेडकर भरिपा बहुजन महासंघ पार्टी के राष्ट्रीय नेता है जो दलितों के हितो कि बाते उठाते रहते है दरअसल उन्होंने इंदौर में आयोजित रैली में दोहराया कि “बाबा साहब ने 1952 में साफ साफ कह दिया था कि अब हमें संसदीय आरक्षण कि जरुरत नहीं रह गयी है अब उसे समाप्त कर दिया जाये परन्तु उसे समाप्त करने के बजाये नेता आज सर्विस में मिलने वाले आरक्षण को समाप्त करने में लगे हुए है”।

आगे उन्होंने कहा कि जब हमारी सर्विस में हिस्सेदारी ख़त्म हो जाएगी तो हमारी हालत हजारो साल पूर्व जैसी थी वैसी ही हो जाएगी।