मर्डर ऑफ़ मेरिट: इंजीनियरिंग एडमिशन में मिला 16% मराठा आरक्षण, छात्र मिले सिर्फ 7%

स्टेट कॉमन एंट्रेंस टेस्ट(CET) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 4 लाख 13 हज़ार छात्रों ने एडमिशन के लिए रजिस्टर किया है जिसमे से सिर्फ 31 हज़ार छात्रों ने SEBC कोटा के तहत अप्लाई किया है।

महाराष्ट्र(मुंबई): 16 प्रतिशत मराठा आरक्षण को लेकर मचे मेडिकल छात्रों में बवाल के बीच एक और आंकड़े सामने आये है जिससे मराठाओ को 16 प्रतिशत आरक्षण देने पर सवालिया निशाँ खड़े हो गए है।

हाल ही में महाराष्ट्र में निकले इंजीनियरिंग, फार्मा और एग्रीकल्चर में एडमिशन में मिले 16 प्रतिशत SEBC आरक्षण में सिर्फ 7.6 फीसदी मराठाओ ने ही अप्लाई किया है।

भारी भरकम आरक्षण से जहा सामान्य वर्ग व मेरिट की सीटें बेहद गंभीर रूप से प्रभावित हुयी है तो वही दूसरी ओर पीजी मेडकल एडमिशन में आरक्षण का आंकड़ा 92 फीसदी छू गया है।

वही संगठन युथ फॉर इक्वलिटी ने मराठा आरक्षण के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका लगायी थी जिसपर सुनवाई पूरी हो चुकी है व दो जज की बेंच इसपर जल्द फैसला सुना सकती है।

मेरिट की लगातार ख़राब होती हालत को देखते हुए YFE देश भर में जातिगत नीतियों के खिलाफ देश को जुट करने में जुट गयी है।



एससी एसटी एक्ट को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देना हो या शिक्षा के अधिकार को लागू करवाने का कार्य हो, दिल्ली में 17 हज़ार पेड़ो को कटने से बचाना हो या ओबीसी आरक्षण में क्रीमी लेयर लगवाना शामिल हो सभी तरह की जातिगत कुरीतियों से देश को बचाने के लिए सर्वप्रथम खड़ी होने वाली यह संस्था इस बार कोर्ट से बाहर सड़को पर जाति व्यवस्था पर वार करते दिखेगी।

देश भर में 14 अप्रैल को 500 से अधिक शहरों में एक साथ एक ही समय में एक जैसा प्रदर्शन करके यह संस्था सरकार को जोरदार सन्देश भेजने के लिए तैयार है।

युथ फॉर इक्वलिटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ कौशल कांत जी ने हमें फ़ोन वार्ता पर बताया कि उनकी सुप्रीम कोर्ट के वकीलों की एक टीम “CASTE ANNIHILATION BILL” पर कार्य कर रही है जिसे सरकार से दबाव डलवाकर संसद में पेश कराया जायेगा।

यह बिल देश भर में जाति हटाने के कारक के रूप में इस्तेमाल होगा जिससे आज के समय में पैदा हो रही विभिन्न समस्याओं का हल निकल सकेगा।



दिल्ली में संस्था ने इंडिया गेट को चुना है जिस पर शाम 6 बजे से एक कैंडल मार्च निकाला जायेगा लगभग ऐसा ही प्रदर्शन हर शहर में आपको देखने को मिलेगा, संस्था के आईटी सेल के अनुसार सभी शहरो के मुख्य स्थानों पर ठीक वैसा ही शांतिपूर्ण प्रदर्शन होगा।