बेंगलुरु : 6 सितंबर 2019 को चंद्रयान2 की लैंडिंग के बाद इजराइल को पीछे छोड़ आगे हो जाएगा भारत |
भारत के लिए हमेशा गर्व का विषय रहा ISRO फिर एक नया इतिहास लिखने जा रहा है | आपको बता दें कि ISRO आने वाले 9-16 जुलाई के आसपास मिशन चंद्रयान2 को चंद्रमा पर भेजने जा रहा है जोकि 6 सितंबर को अपनी कक्षा में लैंड करेगा |
इस मिशन को ले जाने वाला यान होगा GSLVMKIII जोकि चंद्रयान मिशन के 3 माड्यूल्स आर्बिटर, लैंडर(विक्रम) रोवर(प्रज्ञान) को ले जाएगा |
लेकिन इस मिशन के बारे में कई खासियतें भी हमें जानना चाहिए क्योंकि इसके पहले सिर्फ तीन देश जिन्हें आज हम दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति के रूप में जानते हैं अमेरिका, चीन व रूस नें ही चंद्रमा में अपने मिशन भेजे हैं उधर तकनीकी के क्षेत्र में बड़ा नाम कमाने वाला इजराइल इस मामले में फेल हो गया | क्योंकि पिछले दिनों 12 अप्रैल को इजराइल का मिशन ‘बेरेशीट’ फेल हो गया था | और अब वह इस मिशन को बेरेशीट2 के नाम से 2020 में भेजेगा |
इधर भारत नें इस मिशन को भेजने की योजना पिछले साल अप्रैल में ही बनाई थी और अब सितंबर में पूरा हो जाएगा |
आपको बता दें कि भारत नें अपने पहले मिशन चंद्रयान1 को 22 अक्टूबर 2008 में भेजा था जिसमें सिर्फ़ एक आर्बिटर ही था |
हालांकि 3,290 किलोग्राम वाले इस चंद्रयान में चुनौतियाँ इजराइल के मिशन से भी अधिक हैं लेकिन ISRO नें उम्मीद जताई है कि हमारा ये मिशन जल्द सफल होगा |
?? #ISROMissions ??
We are ready for one of the most exciting missions, #Chandrayaan2. Launch window between July 9-16 & likely Moon-landing on Sept 6, 2019. #GSLVMKIII will carry 3 modules of this #lunarmission – Orbiter, Lander (Vikram), Rover (Pragyan).
More updates soon. pic.twitter.com/jzx9CMwUhR
— ISRO (@isro) May 1, 2019