नईदिल्ली : भारत के चंद्रयान2 की लैंडिंग को NASA के वैज्ञानिक भी देखने के लिए प्रतीक्षा में हैं ।
पूरी दुनिया इसरो के चंद्रयान2 की सॉफ्ट लैंडिंग देख रही होगी चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास, क्योंकि यह पहली बार है कि लैंडिंग दक्षिणी ध्रुव पर की जाएगी जहां बर्फ की उपस्थिति की उम्मीद है, भारत दौरे पर आए नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री डोनाल्ड ए थॉमस शुक्रवार नें ये बात कोयम्बटूर में एक प्रेस ब्रीफ़ में कही।
आपको बता दें कि लैंडिंग की तिथि 7 सितंबर के लिए निर्धारित है।
थॉमस तमिलनाडु में कोयंबटूर के पास पार्क कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। थॉमस ने कहा, “मिशन से सीखना नासा के लिए बहुत रोचक जगह है जहां नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों को आने वाले 5 सालोंं में उतरने की योजना बनाई है।
वे यह जानना चाहतेे हैंं कि चंंद्रमा की सतह रसायनों की उपस्थिति और बर्फ की उपलब्धता क्या है। ”
केवल नासा ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया मिशन चंद्रयान2 के द्वारा चंद्रमा और ब्रह्मांड के बारे में जानने में दिलचस्पी लेगी ।
उन्होंने कहा, “वर्तमान में, नासा स्पेस लॉन्च सिस्टम नामक एक नया रॉकेट बना रहा है। इसका परीक्षण लॉन्च लगभग एक साल दूर है। इसके अलावा नासा मंगल ग्रह पर एक अंतरिक्ष यान भेजने पर भी काम कर रहा है ।”
थॉमस ने कहा कि उनका मानना है कि पृथ्वी के अलावा अन्य स्थानों में भी जीवन है, हालांकि अभी खोज की जानी बाकी है।
Whole world will be watching Chandrayaan -2 soft landing on moon, former NASA astronaut says https://t.co/OWNutNu270
— TOI India (@TOIIndiaNews) August 30, 2019