मध्य प्रदेश(भोपाल) : देश भर में अगड़ो और पिछडो की लड़ाई में अब कांग्रेस भी चुनाव नजदीक देखते हुए उसमे पूरी तरह कूद चुकी है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी एसटी एक्ट पर दिए गए फैसले के बाद पहले 2 अप्रैल को हुए अनुसूचित जाति व जनजाति के भारत बंद के बाद केंद्र सरकार द्वारा कोर्ट के फैसले को संसद में पलट दिया गया था जिसके बाद 6 सितम्बर को हुए सवर्णो के भारत बंद ने पहली बार देश को इतने बड़े स्तर पर अगड़ो के आक्रोश से अवगत कराया था जिसके परिणाम स्वरुप बड़े बड़े मीडिया चैनलों में सवर्णो के आंदोलनों पर बहसें छिड़ गई थी।
पिछले माह भोपाल में हुए आज तक चैनल के शो दंगल में जब एंकर रोहित सरदाना द्वारा एससी एसटी एक्ट पर सवाल दागे गए तो वँहा पर मौजूद कांग्रेस के प्रवक्ता मुकेश नायक ने कहा की भाजपा की प्रदेश सरकार में पिछले पांच सालों में एक भी सवर्ण का प्रमोशन नहीं हुआ है वही भाजपा ने वर्ग व्यवस्था के साथ छेड़ छाड़ करने का प्रयास किया है जिसके कारण बीते दिनों अलग अलग वर्गों में संघर्ष की स्थिति पैदा हुई थी।
आगे कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा की आखिर “क्यों भाजपा वाले पुरे देश को वर्ग संघर्ष में धकेल रहे है”
वही वहाँ मौजूद भाजपा के प्रवक्ता प्रभात झा ने कहा की सरकार ने यह साफ़ किया है जो दोषी है सिर्फ उन्हें ही सजा होगी बाकियों को डरने की कोई जरुरत नहीं है।
आपको हम बताते चले की प्रदेश में 28 नवंबर को विधासभा चुनाव है जिसके नतीजे 13 दिसंबर को आएंगे।
सूबे में सवर्णो के बढ़ते आक्रोश को भांपते हुए राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह साफ़ किया था की राज्य में एससी एसटी एक्ट में गिरफ़्तारी से पहले जांच की जाएगी परन्तु केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटते हुए पहले गिरफ़्तारी फिर जाँच के पुराने प्रावधान को पुनः स्थापित कर दिया था ।