बेंगलुरु : NDTV पत्रकार नें अबकी बार ISRO वैज्ञानिक को ट्रोल करके जन भावनाओं से खिलवाड़ किया ।
देश अपने चंद्रयान मिशन के अनचाहे परिणाम को लेकर दुःखी है वहीं देश के एक TV चैनल नें जनभावनाओं से खिलवाड़ करने की कोशिश की है ।
दरअसल मामला यह था कि मिशन चंद्रयान2 के बाद आज शनिवार 7 सितंबर को बेंगलुरु स्थित ISRO मुख्यालय में मीडिया ब्रीफिंग हो रही थी ।
इसी बीच NDTV के पत्रकार पल्लव वागला नें प्रेस ब्रीफ़ देने आए जूनियर इसरो अधिकारी से अप्रत्याशित व्यौहार किया, ऊंची आवाज़ में अधिकारी से बात की ।
दरअसल उन्होंने सवाल में पूछा था कि “जब भी इसरो में कुछ गड़बड़ होता है तो इसके चीफ़ आकर मीडिया को बताते हैं, लेकिन आज वो मीडिया का सामना क्यों नहीं कर रहे हैं, क्यों इसरो के जूनियर अधिकारी मीडिया ब्रीफिंग कर रहे हैं । चीफ यहां क्यों नहीं आए ?”
See the NDTV Goon behavior with ISRO Scientist pic.twitter.com/RVAvgaV7bc
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) September 7, 2019
बाद में NDTV के पत्रकार का यह वीडियो सोशल मीडिया के हत्थे चढ़ गया जहां यूज़र्स नें उल्टा NDTV को ही ट्रोल करना शुरू कर दिया ।
लोगों नें पत्रकार पर अपनी गुस्सा निकाली और इसे देश की भावनाओं के साथ खिलवाड़ बताया ।
यहां तक कि ट्विटर पर NDTV ट्रेंड भी करने लगा है और लाखों लोग इसपर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर चुके हैं ।
उधर जिस पत्रकार नें ये पूरा बखेड़ा खड़ा किया था लोगों के सोशल मीडिया पर गुस्से को देखकर माफ़ी मांग ली है और कहा कि कि भविष्य में ऐसे न करूंगा ।
हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब NDTV के पत्रकार देश की जन भावनाओं का मज़ाक उड़ाते दिखे हैं चाहे, पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कारोबारी कुलभूषण जाधव को जासूस बताना हो, विंग कमांडर अभिनन्दन को पाकिस्तान द्वारा कैद किए गए पायलट कहना, ISIS आतंकवादी संगठन से जुड़े लोगों को एक्टिविस्ट बताना हो, कश्मीर मुद्दे पर तोड़ मरोड़ कर की गई रिपोर्ट्स पेश करना ।
इसके जवाब में सोशल मीडिया पर चैनल की छवि को भी बट्टा लगता है और लोग गुस्सा भी व्यक्त करते हैं ।
Rather than encouraging our scientists who worked tirelessly for years for #Chandrayaan2; @ndtv journalist @pallavabagla talked to #ISRO spokesperson in most derogatory way.
If he’s not sacked, then it’s obvious that it’s NDTV who directed him to take that stand. Else sack him.
— प्रशान्त पटेल उमराव (@ippatel) September 7, 2019