नई दिल्ली :- 8 नवंबर 2016, शायद यही वो तारीख है जिसे देश कभी भी नहीं भुला पायेगा, क्योंकि इसी तारीख को मोदी सरकार के कार्यकाल में भारत के इतिहास में पहली बार नोटबंदी हुई थी और इसी समय लोगों को नोट बदलने के कारण कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा था। यहाँ तक कि लगभग सौ से अधिक लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पडा था।
दरअसल, कांग्रेस ने बीजेपी पर यह आरोप लगाया है कि “बीजेपी फिर से देश में एक बार नोटबंदी करना चाहती है और उसके लिए बीजेपी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) पर दवाब बना रही है”।
कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाते हुए कहा कि “मोदी सरकार अभी भी आरबीआई की संचित निधि से 3.60 लाख करोड़ रुपये हथियाना चाहती है”। कांग्रेस ने कहा है कि सरकार यह रकम पिछले दरवाजे से हासिल करके आरबीआई के संस्थागत तंत्र को ध्वस्त करने के लिए उतारू है। कांग्रेस ने वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के सचिव के बयान को आधार मानते हुए यह आशंका जाहिर की है।
कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि “बीजेपी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के संचित निधि से 3.60 लाख करोड़ रुपये निकालकर अपने चोर साथियों और पूंजीपतियों को देना चाहती है।