अयोध्या : हाल में देश में चुनावी दौर चल रहा है उसके साथ-साथ ही राम मंदिर की राजनीति भी अपने चरम पर है | जहां भाजपा नें अपने चुनावी घोषणापत्र में राम मंदिर को बड़ी प्रमुखता से रखा था वहीं अब कई हिंदूवादी संगठन भी सरकार पर राम मंदिर के लिए लगातार दबाब बना रहे हैं |
गूगल मैप में ही बना दिया था राम मंदिर का माडल :
अंग्रेजी अखबार “दा हिंदू” में छपी एक खबर के अनुसार ” हाल में लोकेशन सर्च करने के लिए सबसे अधिक लोकप्रिय व उपयोगी गूगल मैप पर एक यूजर नें राम मंदिर के माडल की फोटो फिक्स कर दी थी ” |
जब राम जन्मभूमि को गूगल मैप में सर्च किया गया तो पाया गया कि उस जगह के पास ही ” मंदिर वहीं बनाएंगे ” नाम की एक जगह मैप में दिख रही थी जिसके साथ ही राम मंदिर की एक एडिट की हुई फोटो भी लगा दी गई थी |
लेकिन जब इस बात को गूगल मैप तक पहुंचाया गया तब उस जगह को मैप से हटा दिया गया और स्थान के बारे में बताया गया कि इस मामले को लेकर विवाद चल रहा है और कोर्ट में ये मुद्दा पेंडिंग पड़ा है |
यूजर्स को लोकेशन का नाम व एड्रेस एडिट करने की सुविधा है : गूगल मैप
इस घटनाक्रम की सफाई में गूगल नें कहा कि ” किसी भी फोन यूजर को यह सुविधा दी गई है कि वो कोई भी नया स्थान व उसका नाम मैप में जोड़ सकता है या जो स्थान पहले से फिक्स है उसे एडिट किया जा सकता है ” |
हालांकि अब मैप से ” मंदिर वहीं बनाएंगे ” की लोकेशन डिलीट कर दी गई है |
वैसे आपको बता दें कि राम जन्मभूमि व बाबरी मस्जिद ढांचा का मामला सुप्रीम कोर्ट में कई सालों से अटका पड़ा है |