नईदिल्ली : रॉफेल की शस्त्रपूजा को तमाशा कहने वाले उदितराज-खड़गे जैसे नेताओं को कुमार विश्वास नें करारा जवाब दिया है।
फ़्रांस में राफेल के स्वागत में नींबू मिर्ची वाले विवाद पर देश के मशहूर कवि कुमार विश्वास का बड़ा बयान आया है।
दरअसल शुक्रवार 12 सितंबर को कुमार विश्वास न्यूज़18 इंडिया के “आर-पार” कार्यक्रम में टीवी पत्रकार व एंकर अमीश देवगन से बातचीत कर रहे थे। तभी एंकर अमीश देवगन ने इस नींबू मिर्ची वाले विवाद पर प्रश्न किया कि “रक्षामंत्री राफेल लेने फ्रांस गए थे उन्होंने ओम क्या बना दिया इस देश में तूफान खड़ा हो गया, आपको क्या लगता है इसमें कोई आपत्ति ?
कुमार विश्वास ने इसका जवाब देते हुए कहा “मुझे कोई आपत्ति नहीं है। वो (राजनाथ सिंह) हिंदु हैं, रक्षामंत्री होने से पहले हिंदू धर्म में आस्था रखते हैं।”
#AarPaar : राष्ट्रवाद को अपने तरीके से बता रहे हैं कुमार विश्वास @AMISHDEVGAN @DrKumarVishwas#VishwasWithAmish pic.twitter.com/imhbhOl03g
— News18Hindi (@HindiNews18) October 11, 2019
आपको बता दें कि रॉफेल के स्वागत में हिंदू पूजा पद्धति के अनुसार नीबू मिर्ची व नारियल से नए वाहन के स्वागत किए जाने की परंपरा रही है जोकि आज़ादी के बाद भी चलती आ रही है।
उदाहरण के तौर पर 14 मार्च 1948 को आज़ाद भारत का पहला जलयान जलूसा हिंद महासागर में उतारा गया था उसके पहले तत्कलीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू नें ठीक इसी प्रकार से पूजा अर्चना की थी ।
वीडियो में देखें : पंडित नेहरू द्वारा 1948 में जलूसा जलयान की वैदिक पूजा
यही बात जब 12 अगस्त 2013 में देश का पहला स्वदेशी जलयान INS विक्रांत नौसेना के बेड़े में शामिल हुई तो रक्षामंत्री एके एंटनी की पत्नी एलिजाबेथ एंटनी ने विधिवत पूजा अर्चना की थी।
हालांकि इस बार राजनाथ सिंह द्वारा की गई पूजा अर्चना में कांग्रेस के बड़े नेताओं नें सवाल खड़ा किया। इसमें खड़गे व उदितराज प्रमुख रहे हैं जिन्होंने इसे तमाशा बताया था।
रैफ़ल जहाज़ फ़्रान्स का है।ऐरफ़ोर्से में शामिल करते समय इसकी रक्षा निबू – नारियल से किया गया। दुनिया क्या सोंच रही होगी ? इसी अन्धविश्वास के कारण ऐसे लड़ाकू विमानों को बाहर से ख़रीदना पड़ रहा है। जिस दिन अंधविश्वास ख़त्म होगा हम ख़ुद बना लेंगे ।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 9, 2019